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हर 2 सेकेंड में एक व्यक्ति हो रहा कोरोना संक्रमित, देश में भयावह हो रही तस्वीर

पिछले कई दिनों से देश में कोरोना के प्रतिदिन 55 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में ही 55 हजार 79 नए केस सामने आए हैं. इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 27 लाख को पार कर गया है.

News Nation Bureau
| Edited By :
18 Aug 2020, 10:21:22 AM (IST)

नई दिल्ली:

भारत में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना (Corona Virus) किस कदर देश में कहर बरपा रहा है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर 2 सेकेंड में कोरोना से एक व्यक्ति संक्रमित हो रहा है. पिछले कई दिनों से देश में कोरोना के प्रतिदिन 55 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में ही 55 हजार 79 नए केस सामने आए हैं. इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 27 लाख को पार कर गया है. देश में अब तक कुल 27 लाख दो हजार 743 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं.

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कोरोना का मिला नया स्टेन
मलेशिया में कोरोना वायरस के नए रूप (स्‍ट्रेन) ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है. पहले से ही महामारी का टीका और दवाएं खोजने में लगे साइंटिस्‍ट्स को नए सिरे से मशक्‍कत करनी पड़ सकती है. नया स्टेन अबतक मिले कोविड स्‍ट्रेन्‍स से 10 गुना ज्‍यादा संक्रामक बताया जा रहा है. मलेशिया के एक क्‍लस्‍टर में सामने आए 45 में से कम से कम तीन मामलों में यह स्‍ट्रेन - D614G पाया गया है. मलेशिया में जिन तीन लोगों में कोविड के D614G मिला, उनमें एक रेस्‍तरां मालिक भी है जो भारत से लौटा. हैरानी की बात ये कि उसने 14 दिन का होम क्‍वारंटीन फॉलो नहीं किया जिससे संक्रमण और फैल गया.

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देश में पहली बार कोरोना संक्रमित का हुआ पोस्टमार्टम
देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच कोरोना से शरीर के अंगों पर होने वाले प्रभाव को देखने के लिए पहली बार कोरोना संक्रमित का पोस्टमार्टम किया गया. इस पोस्टमॉर्टम का मुख्य उद्देश्य कोरोना मरीज पर रिसर्च करना था. जिससे पता चल सके कि यह शरीर में कितने लंबे समय तक रहता है और किन-किन अंगों को, किस हद तक प्रभावित कर सकता है. हालांकि, पोस्टमॉर्टम के लिए अनुमति लेना इतना आसान नहीं था. इसके लिए भोपाल स्थित AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) को ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) से मंजूरी लेनी पड़ी. जिसके बाद रविवार को कोरोना संक्रमित शख्स का रिसर्च के उद्देश्य से पोस्टमॉर्टम हो सका.