ISRO दे रहा Class 9th के स्टूडेंट्स को ये बड़ा मौका, इस लिंक से करें रजिस्टर
इस प्रोग्राम के लिए रजिस्ट्रेशन्स चालू है जिसकी लास्ट डेट कल यानी 3 अप्रैल है.
नई दिल्ली:
Class 9th के स्टूडेंट्स के लिए इसरो यानी Indian Space Research Organisation से जुड़ने का सुनहरा मौका है. स्टूडेंट्स में स्पेस साइंस के क्षेत्र में रुचि बढ़ाने के लिए इसरो ने यह इनिशिएटिव लिया है. दरअसल, ISRO ने Young Scientist Programme के तहत 'युवा विज्ञानी कार्यक्रम' (Yuva Vigyani Karyakram) के जरिए क्लास 9 के स्टूडेंट्स को गर्मियों की छुट्टियों में अपने रिसर्च सेंटर दिखाया जाएगा. इस प्रोग्राम का पूरा खर्च भी इसरो ही उठाएगा. इस प्रोग्राम के लिए रजिस्ट्रेशन्स चालू है जिसकी लास्ट डेट कल यानी 3 अप्रैल है.
यह भी पढ़ें: अब इस देश की डिग्रियों के बराबर मान्यता रखेंगी भारत की डिग्रियां, यहां जॉब मिलने में होगी आसानी
इस प्रोग्राम के तहत सभी राज्य या यूनियन टेरिटरी के क्लास 9 के स्टूडेंट्स अप्लाई या रजिस्टर कर सकते हैं. ये पूरा प्रोग्राम 2 हफ्ते का होगा. शार्टलिस्ट स्टूडेंट्स को इसरो के रिसर्च सेंटर देखने के अलावा बड़े वैज्ञानिकों से मिलने और उनसे सीखने का भी मौका मिलेगा.
कौन कर सकता है अप्लाई (Who can apply)
- इस प्रोग्राम के लिए वो स्टू़डेंट्स रजिस्टर कर सकते हैं जो क्लास 9 में पढ़ रहे थे और अब 10वीं में जाने वाले हैं.
यह भी पढ़ें: Career Guidance: इंटर के बाद इन करियर ऑप्शन्स में बना सकते हैं ब्राइट फ्यूचर
क्या है सेलेक्शन क्राइटेरिया (Selection criteria)
- इसरो के Yuvika प्रोग्राम में स्टूडेंट्स का 8वीं के परफार्मेंस और एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटी के आधार पर किया जाएगा.
- इस प्रोग्राम में उन स्टूडेंट्स को ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी जो रुरल बैकग्राउंड से आते हैं.
इसरो के YUVIKA Programme में Register करने के लिए यहां क्लिक करें - Click Here
Yuvika Programme के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें - Click Here
इसरो के बारे में (About ISRO)
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भारत सरकार की अंतरिक्ष एजेंसी है जिसका मुख्यालय बेंगलुरु शहर में है. इसका दृष्टिकोण अंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान और ग्रहों की खोज का पीछा करते हुए राष्ट्रीय विकास के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का दोहन करना है. भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (INCOSPAR) की स्थापना स्वतंत्र भारत के प्रधान मंत्री के प्रयासों से 1962 में DAE के तहत की गई थी. जवाहरलाल नेहरू और वैज्ञानिक विक्रम साराभाई ने अंतरिक्ष अनुसंधान में आवश्यकता को पहचाना. INCOSPAR 1969 में DAE के तहत ISRO में विकसित हुई. 1972 में भारत सरकार ने एक अंतरिक्ष आयोग और अंतरिक्ष विभाग (DOS) की स्थापना की, ISRO को DOS के अंतर्गत लाया. इसरो की स्थापना ने भारत में अंतरिक्ष अनुसंधान गतिविधियों को संस्थागत बना दिया. यह अंतरिक्ष विभाग द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो भारत के प्रधान मंत्री को रिपोर्ट करता है.