शिक्षा मंत्रालय ने कक्षा 6 से 8वीं के छात्रों के लिए अगले 2 महीने के लिए शैक्षणिक कैलेंडर किया लॉन्च
कोरोना के कहर से पूरी दुनिया तबाह है. अबतक इसका कोई स्थायी इलाज नहीं मिल पाया है. कोराना का प्रभाव छात्रों पर बहुत बुरा पड़ा है. पिछले कई महीनों से स्कूल-कॉलेज बंद है. हालांकि एचआरडी मिनिस्ट्री ने इससे पहले वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया था.
नई दिल्ली:
कोरोना के कहर से पूरी दुनिया तबाह है. अबतक इसका कोई स्थायी इलाज नहीं मिल पाया है. कोराना का प्रभाव छात्रों पर बहुत बुरा पड़ा है. पिछले कई महीनों से स्कूल-कॉलेज बंद है. हालांकि एचआरडी मिनिस्ट्री ने इससे पहले वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया था. लेकिन इस बीच छात्रों के लिए अच्छी खबर आई है. शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर कहा कि चार सप्ताह के लिए अपर प्राइमरी स्टेज (कक्षा छठी से आठवीं) के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर पहले जारी किया गया था. इसको अगले आठ हफ्तों के लिए शैक्षणिक कैलेंडर लॉन्च कर दिया है.
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उन्होंने कहा कि इस कैलेंडर में छात्रों को घर पर रहते हुए शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी और सोशल मीडिया उपकरणों के उपयोग पर शिक्षकों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश है. कैलेंडर का उद्देश्य हमारे छात्रों, शिक्षकों, स्कूल प्रिंसिपलों और अभिभावकों को ऑनलाइन शिक्षण-शिक्षण संसाधनों के माध्यम से कोरोना से निपटने और सर्वोत्तम संभव शिक्षण परिणामों को प्राप्त करने के लिए सकारात्मक तरीकों से सशक्त बनाना है. वहीं इससे पहले ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन ने अपना एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया था. इस एकेडमिक कैलेंडर के दिशा-निर्देश एआईसीटीई से अप्रूव कॉलेजों के अलावा पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट और पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट पर भी प्रभावी होंगे.
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15 अगस्त से प्रवेश पा सकेंगे
वहीं इससे पहले यूजीसी ने भी अपना एकेडमिक कैलेंडर जारी किया था. AICTE के दिशा-निर्देशों के अनुसार, ओपन एंड डिस्टेंस माध्यम के जरिये उम्मीदवार 15 अगस्त से प्रवेश पा सकेंगे. इस बारे में कॉलेजों से कहा गया है कि अगर लॉकडाउन के चलते अंडरग्रेजुएट कोर्स का रिजल्ट जारी नहीं हो पाता है, तो छात्रों को प्रोविजनल आधारा पर एनरॉल किया जाए. इन मामलों में छात्रों को 31 दिसंबर 2020 तक कंप्लीशन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा.
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एकेडमिक ईयर के लिए फीस न बढ़ाने को भी कहा
अपना एकेडमिक कैलेंडर जारी करते हुए AICTE ने ये भी कहा है कि अगर कोरोना वायरस से उपजे हालात जुलाई तक भी काबू में नहीं आते हैं तो फिर ऑनलाइन माध्यम से नया सत्र शुरू करने के विकल्प का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके साथ ही फीस ना बढ़ाने की नसीहत दी है. छात्रों को बड़ी राहत देते हुए एआईसीटीई (AICTE) ने अपने संस्थानों से 2020-21 के एकेडमिक ईयर के लिए फीस न बढ़ाने को भी कहा है. इससे पहले, कई पेरेंट्स ने भी फीस न बढ़ाए जाने की अपील की थी, क्योंकि लॉकडाउन के चलते सभी लोगों पर इसका आर्थिक भार पड़ा है. जो छात्र लॉकडाउन के चलते अपनी परीक्षा नहीं दे सके हैं, उन्हें AICTE ने यूजीसी गाइडलाइंस के मुताबिक प्रमोट करने को कहा है