China-America Trade War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए दुनिया के ज्यादातर देशों पर लगाए गए टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगाने की घोषणा की. हालांकि चीन को इस राहत से बाहर रखते हुए, उस पर लगने वाले टैरिफ को सीधे 104% से बढ़ाकर 125% कर दिया गया है. ट्रंप का यह कदम बेहद अप्रत्याशित था, क्योंकि एक दिन पहले तक उन्होंने कहा था कि उनकी नीतियां नहीं बदलेंगी.
चीन पर बरसे ट्रंप
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “चीन ने विश्व बाज़ारों के प्रति जो अनादर दिखाया है, उसके चलते अमेरिका चीन पर टैरिफ को 125% कर रहा है. यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू होगा.” उन्होंने कहा कि चीन समझौता करना चाहता है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि कैसे किया जाए. ट्रंप ने कहा, “राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक गर्वीले व्यक्ति हैं, लेकिन वे रास्ता खोज लेंगे,”
क्यों लिया ट्रंप ने यह फैसला?
टैरिफ को लेकर कई दिनों से अमेरिकी रिपब्लिकन नेताओं और व्यापारिक जगत के लोगों द्वारा ट्रंप पर दबाव बनाया जा रहा था, क्योंकि इससे वैश्विक मंदी और ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ रही है. हालांकि ट्रंप इन सब बातों को नजरअंदाज कर रहे थे लेकिन जब अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने बॉन्ड मार्केट में हो रही गिरावट और भारी बिकवाली की चेतावनी दी, तो ट्रंप ने अपना रुख बदल लिया.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने ट्रंप को चेताया, जिसके बाद व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकारों ने भी उन्हें मौजूदा हालात के बारे में जानकारी दी. इसके बाद ट्रंप ने अचानक 90 दिन की छूट देने का ऐलान कर दिया. ट्रंप ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया, “बॉन्ड मार्केट थोड़ा ट्रिकी हो गई था. लोग डरने लगे थे. हमने इसे दिल से लिखा, लॉयर नहीं थे, कोई स्क्रिप्ट नहीं थी,”
अमेरिकी बाजार में उछाल
ट्रंप के ऐलान के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया. डॉउ जोंस इंडेक्स करीब 2,500 पॉइंट्स उछला और कुल मिलाकर 8% की तेजी देखी गई. टेक-हैवी नैस्डैक ने 12.2% की छलांग लगाकर पिछले 24 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया. वहीं, एसएंडपी 500 इंडेक्स 6% बढ़कर 5,281.44 अंकों पर बंद हुआ. तेल की कीमतों में भी 4% से ज्यादा की तेजी आई और डॉलर मजबूत हुआ
भारत को राहत की उम्मीद
ट्रंप द्वारा भारत पर लगाया गया 26% कस्टमाइज्ड रेसिप्रोकल टैरिफ भारतीय बाजार के लिए बड़ा झटका था, जिससे बाजार में गिरावट देखी जा रही थी. लेकिन अब 90 दिनों की छूट मिलने से भारतीय बाजार को राहत मिलने की उम्मीद है. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, निवेश और आर्थिक संबंध बहुत मजबूत हैं. दोनों देश एक बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं और हम उम्मीद करते हैं कि यह जल्दी ही निष्कर्ष तक पहुंचेगा.”
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