Sunita Williams: बीते कई माह से अंतरिक्ष स्टेशन में फंसी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स समेत दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द धरती पर वापस लाने की कोशिश हो रही है. सुनीता के साथ नासा यानी एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के दो अंतरिक्ष यात्रियों को लाने के लिए योजना तैयार हो चुकी है. यह जानकारी अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने दी है. सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बीते साल जून से बोइंग के स्टारलाइनर की तकनीकी समस्याओं की वजह से अंतरिक्ष में फंसे गए. वे इस समय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद हैं.
आठ माह से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ओर से मंगलवार को बयान आया कि स्पेसएक्स आगामी अंतरिक्ष यात्री उड़ानों को लेकर कैप्सूल बदलेगा. इस तरह से बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को मार्च के मध्य में वापस लाया जा सकता है. करीब आठ माह से अधिक समय से दोनों अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे हुए हैं.
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लॉन्च मिशन की प्रक्रिया 12 मार्च तक पूरी हो सकती है
नासा ने मंगलवार को बताया कि एजेंसी का क्रू-10 लॉन्च मिशन की प्रक्रिया 12 मार्च तक पूरी हो सकती है. इस दौरान कू-10 नासा के अंतरिक्ष यात्रियों ऐनी मैकक्लेन ओर निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी और रोस्कोस्मोस के किरिल पेसकोव को अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाएंगे.
कैप्सूल को खाली वापस लाने का निर्णय लिया
नासा के वाणिज्यिक क्रू प्रोग्राम के प्रबंधक स्टीव स्टिच का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि अंतरिक्ष यात्रा अप्रत्शाशित चुनौतियों से भरी है. परीक्षण पायलटों को बीते साल जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल से वापस लाया जाना था. कैप्सूल को अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचाने में काफी परेशानी हुई. इस कारण नासा ने इसे खाली वापस लाने का निर्णय लिया था.
मिशन में काफी देरी हुई
इसके बाद स्पेसएक्स की तैयारी पूरी नहीं थी. ऐसे में नए कैप्सूल को भेजने में देरी हो गई. इसकी वजह से विल्मोर और विलियम्स को वापस लाने के मिशन में काफी समय लग रहा है. अब बताया जा रहा है कि 12 मार्च को नए कैप्सूल का प्रक्षेपण किया जा सकता है.