दक्षिण कोरिया में बेहद कम जन्म दर चिंता का विषय है. यहां पर तेजी से बढ़ती उम्र से जुड़ी समस्याएं देखने को मिल रही हैं. इससे निपटने को लेकर अधिक विदेशियों को स्वीकार करने और अन्य व्यापक कदम उठाने की बात कही गई है. राष्ट्रपति समिति के आला अधिकारियों ने मंगलवार को यह समाधान सुझाया.
जनसंख्या की कमी से जूझ रहा देश
सियोल में आयोजित एक फोरम में इससे निपटने के लिए व्यापक कदम उठाने की बात कही गई है. इस दौरान वृद्ध समाज और जनसंख्या नीति पर राष्ट्रपति समिति के उपाध्यक्ष जू ह्युंग-ह्वान ने कहा कि केवल जन्म दर को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, हमें अब ज्यादा व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है. अधिक विदेशियों को आकर्षित करने को लेकर समाधानों की आवश्यता है.
आपको बता दें कि दक्षिण कोरिया गंभीर जनसंख्या की कमी से जूझ रहा है. कई युवा शादी या बच्चे पैदा करने को स्थगित करने या इसे छोड़ रहे हैं. जू ह्युंग-ह्वान ने कहा कि यहां पर बेहतर माहौल बनाने का प्रयास हो रहा है. उनका कहना है कि विदेशी प्रतिभाओं को आकर्षित किया जा रहा है.
विदेशियों की जनसंख्या 2.65 मिलियन हो चुकी है
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण कोरिया में रहने वाले विदेशियों की संख्या 2024 में करीब 2.65 मिलियन हो चुकी है. इसकी जनसंख्या करीब 5 प्रतिशत है. दक्षिण कोरिया की घटती जन्म दर कई कारकों से प्रेरित है. इसमें आवास की बढ़ती लागत, लैंगिक असमानता और बच्चों की परवरिश की उच्च लागत शामिल है.
जनसंख्या में गिरावट गंभीर हो चुकी है
कई जोड़े वित्तीय दबावों और पर्याप्त सहायता प्रणालियों की कमी के कारण बच्चे पैदा करने में देरी करते हैं. वहीं ऐसा नहीं करने का निर्णय करते हैं. इससे जनसंख्या में गिरावट और भी गंभीर हो चुकी है. इस संकट के जवाब में दक्षिण कोरियाई सरकार ने बच्चों के पालन-पोषण के वित्तीय बोझ को कम करने को लेकर कई तरह की नीतियों को लागू किया है.
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