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अमेरिकी नौसेना का हेलीकॉप्टर और फाइटर जेट समुद्र में क्रैश Photograph: (X@USPacificFleet)
US Navy Helicopter and Fighter Jet Crash: राष्ट्रपति ट्रंप के मलेशिया दौरे के दौरान अमेरिकी नौसेना को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, रविवार को दक्षिणी चीन सागर के ऊपर दो अलग-अलग घटनाओं में यूएस नेवी का एक हेलीकॉप्टर और एक फाइटर जेट क्रैश हो गया. ये जानकारी अमेरिकी नौसेना के प्रशांत बेड़े ने दी है. राहत की बात ये है कि दोनों हादसों में चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित बच गए हैं.
नौसेना ने शुरू की हादसों की जांच
अमेरिकी नौसेना ने रविवार शाम (स्थानीय समयानुसार) सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया. जिसमें बताया कि नौसेना का हेलीकॉप्टर मैरीटाइम स्ट्राइक स्क्वाड्रन (HSM) 73 के बेड़े से जुड़ा हुआ था. MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर ने स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग 2:45 बजे विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज़ से नियमित अभियान के तहत उड़ान भरी थी लेकिन ये समुद्र में क्रैश हो गया. नौसेना ने बताया कि खोज और बचाव दल ने चालक दल के तीन सदस्यों को बचा लिया. घटना के बाद नौसेना ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है.
South China Sea – On October 26, 2025 at approximately 2:45 p.m. local time, a U.S. Navy MH-60R Sea Hawk helicopter, assigned to the “Battle Cats” of Helicopter Maritime Strike Squadron (HSM) 73 went down in the waters of the South China Sea while conducting routine operations
— U.S. Pacific Fleet (@USPacificFleet) October 26, 2025
आधे घंटे बाद हुआ दूसरा हादसा
इस हादसे के बाद दोपहर 3:15 बजे, स्ट्राइक फाइटर स्क्वाड्रन (VFA) 22 के फाइटिंग रेडकॉक्स पर तैनात एक F/A-18F सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमान भी नियमित अभियान के दौरान क्रैश हो गया. नौसेना के मुताबिक, इस हादसे में भी दोनों चालक दल के सदस्य सफलतापूर्वक बाहर निकल आए और उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया.
बता दें कि चीन और कई दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों द्वारा घेरे गए महत्वपूर्ण दक्षिण चीन सागर के कुछ हिस्सों पर कई सरकारें अपना दावा करती हैं, लेकिन बीजिंग अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले की अवहेलना करते हुए लगभग पूरे रणनीतिक जलमार्ग पर अपना स्वामित्व जताता है. पिछले दो दशकों में, चीन ने समुद्र के पार सैन्य प्रतिष्ठानों का निर्माण करके अपने क्षेत्रीय दावों को मजबूत किया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग से मुक्त आवागमन बनाए रखने के अमेरिकी प्रयासों को सीधे चुनौती दी है. अमेरिकी नौसेना के अभियान भी बीजिंग के समुद्री विस्तार का मुकाबला करने की वाशिंगटन की व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं.
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