/newsnation/media/media_files/2025/08/27/gurdwara-darbar-sahib-2025-08-27-16-24-53.jpg)
Gurdwara Darbar Sahib in Kartarpur Photograph: (social media)
पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 4.5 किलोमीटर दूर नारोवाल में स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब भी भीषण बाढ़ की चपेट में है. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा करीब पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है. करतारपुर कॉरिडोर वीजा-मुक्त मार्ग प्रदान करता है कि इससे ऐतिहासिक सिख तीर्थस्थल तक पहुंच आसान हो जाती है. पाकिस्तान में भारी बारिश की वजह से भारत की ओर से उफनते बांधों और उफनती नदियों का पानी निचले सीमावर्ती इलाकों में छोड़े जाने के बाद हजारों लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है.
इससे पहले नई दिल्ली ने इस्लामाबाद को सीमा पर संभावित बाढ़ के बारे में आगाह किया था. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मंगलवार तक करीब दो लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया. अधिकारियों ने करीब सभी पूर्वी नदियों में बढ़ते जल स्तर को लेकर चेतावनी जारी की है.
पंजाब बाढ़ के हालात का सामना कर रहा
पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, उसने सतलुज नदी में बढ़ते जलस्तर और बाढ़ के खतरे को लेकर अपने पंजाबी समकक्षों को अग्रिम चेतावनी जारी कर दी है. पाकिस्तान के पंजाब सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ऐलान किया है कि रावी, चिनाब और सतलुज नदियों के अत्यधिक उच्च जलस्तर के कारण पंजाब बाढ़ के हालात का सामना कर रहा है. रावी नदी के कोट नैना में 2,30,000 क्यूसेक पानी प्रवेश कर रहा है. इस बीच, चिनाब नदी के हेड मराला में पानी का प्रवाह 9,22,000 क्यूसेक तक पहुंच गया है.
14 हजार से अधिक लोगों को निकाला
बाढ़ के हालात को देखते हुए, पंजाब सरकार ने तुरंत राहत उपायों के लिए सात जिलों में सेना को बुला लिया है. एक बयान में कहा गया है कि बचावकर्मियों ने पंजाब प्रांत के कसूर जिले से 14 हजार से अधिक लोगों को यहां से निकाला लिया है. वहीं भारतीय सीमा के पास बहावलनगर शहर से 89,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. एनडीएमए ने कहा कि अधिकारियों ने निवासियों से नदियों, नालों और निचले इलाकों से दूर रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने के साथ आपदा अलर्ट ऐप के जरिए जारी अलर्ट का पालन करने का आग्रह किया है.
ये भी पढ़ें: Punjab Flood: पंजाब के सात जिलों के 130 गांव में बाढ़, ब्यास नदी ने हिमाचल में भी मचाई तबाही