Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आयातित स्टील और एल्युमिनियम पर 50 फीसदी टैरिफ घोषिणा की थी, जिसकी समयसीमा अब पूरी हो चुकी है. इसी के साथ अमेरिका में बुधवार (4 जून) से स्टील और एल्युमिनियम पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू हो जाएगा. बता दें कि ट्रंप ने टैरिफ वॉर के बीच कई आयातित वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाकर दोगुना कर दिया था. इनमें स्टील और एल्युमिनियम भी शामिल था.
ब्रिटेन को मिलती रहेगी छूट
व्हाइट हाउस के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हस्ताक्षरित एक आदेश जारी करते हुए कहा कि यह कदम ट्रंप के व्यापार मुद्दों में एक नवीनतम पहल है. जिसके तहत दोनों धातुओं पर आयात शुल्क 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक कर दिया गया है. हालांकि ब्रिटेन को इसमें छूट दी गई है इसके लिए दोनों धातुओं पर टैरिफ की दर अभी भी 25 फीसदी ही रहेगी. जिसकी वजह दोनों देशों के बीच पहले के व्यापार समझौते की शर्तों लागू हैं और दोनों उसी के अनुरूप शुल्क और कोटा तय करते हैं.
आदेश में क्या कहा गया?
व्हाइट हाउस की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पहले लगाए गए टैरिफ को बढ़ाने से इन उद्योगों को अधिक समर्थन मिलेगा. कार्यकारी आदेश में कहा गया है कि स्टील और एल्युमीनियम वस्तुओं और उनके व्युत्पन्न वस्तुओं के आयात से पैदा राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे को कम या समाप्त किया जा सकेगा.
टैरिफ की घोषणा करते वक्त कहा बोले थे ट्रंप
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले सप्ताह पेंसिल्वेनिया में यूएस स्टील प्लांट में कामगारों को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ बढ़ाने का एलान किया था. तब उन्होंने कहा था कि कोई भी आपके उद्योग को चुराने में सक्षम नहीं होगा. बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 30 मई, 2025 को अमेरिका ट्रेड एक्सपैंसन एक्ट, 1962 की धारा 232 के तहत स्टील और एल्यूमिनियम पर आयात शुल्क की वर्तमान 25 फीसदी दर को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया था. इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान साल 2018 में स्टील पर आयात शुल्क 25 फीसद जबकि एल्यूमिनियम पर 10 फीसद करने का एलान किया था, लेकिन फरवरी 2025 में एल्यूमिनियम पर भी आयात शुल्क बढ़ाकर 25 फीसद कर दिया.
भारत पर क्या होगा इसका असर?
अमेरिका में 4 जून से लागू हो रहे स्टील और एल्युमिनियम पर 50 फीसदी टैरिफ का असर भारत पर भी देखने को मिलेगा. क्योंकि भारत ने पिछले साल अमेरिका को 4.56 अरब डॉलर मूल्य का एल्यूमिनियम और स्टील का निर्यात किया था. इसमें 3.1 अरब डॉलर का निर्यात लौह-इस्पात का था. यही नहीं अमेरिका में भारतीय स्टील की मांग भी बढ़ रही थी. क्योंकि अमेरिका में स्टील की कीमतें काफी बढ़ रही थीं, लेकिन भारत के निर्यात से अमेरिका को थोड़ी राहत मिल रही थी. अमेरिका में स्टील की कीमत 984 डॉलर प्रति टन है, जबकि यूरोप में यह 690 डॉलर प्रति टन बिक रहा है. वहीं चीन में स्टील का भाव 392 डॉलर प्रति टन बना हुआ है. बुधवार से लागू होने वाले नए टैरिफ के बाद अमेरिका में स्टील की कीमत 1180 डॉलर प्रति टन तक पहुंचने का अनुमान है.
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