/newsnation/media/media_files/2025/12/10/china-fire-2025-12-10-21-38-03.jpg)
चीन में लगी आग Photograph: (ANI)
दक्षिण चीन के ग्वांगडोंग प्रांत में एक और घातक आग का मामला सामने आया है. शान्ताउ शहर के चाओनान ज़िले में मंगलवार रात एक चार मंजिला स्वयं-निर्मित कंक्रीट आवासीय इमारत में लगी भीषण आग ने कम से कम 12 लोगों की जान ले ली. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, आग रात लगभग 9:20 बजे भड़की और दमकलकर्मियों ने 40 मिनट के भीतर इसे नियंत्रित कर लिया.
घर में कई लोग मौजूद थे
स्थानीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि घटना के समय भवन में कई लोग मौजूद थे और आग इतनी तेजी से फैली कि कई निवासी बाहर नहीं निकल पाए. बचाव दल ने रातभर अभियान चलाया, मलबे की तलाशी ली और घायलों को अस्पताल पहुँचाया. प्रशासन ने मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है और प्रभावित परिवारों को सहायता उपलब्ध कराई जा रही है. घटना की वजह अभी स्पष्ट नहीं है और विशेषज्ञों की टीम आग लगने के कारणों की जांच में जुटी है.
हांगकांग की भयावह आग के बाद दूसरा बड़ा हादसा
यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब हांगकांग अभी भी उस भीषण आग की त्रासदी से उबर नहीं पाया है, जिसने कुछ दिन पहले ही 140 से अधिक लोगों की जान ले ली थी. वह आग कई ऊंची आवासीय इमारतों में दो दिनों तक भड़कती रही और शहर के इतिहास की सबसे घातक आग साबित हुई. आग बुझाने के बाद जब खोज अभियान चला, तो विभिन्न अपार्टमेंटों, सीढ़ियों और छतों से शव बरामद किए गए.
लोगों ने भारी गुस्ता देखने को मिला
हांगकांग में आग ने व्यापक जनाक्रोश को जन्म दिया. स्थानीय निवासियों ने दावा किया कि संबंधित आवासीय परिसर में निर्माण संबंधी अनियमितताएं और लंबे समय से चली आ रही सुरक्षा खामियां इस त्रासदी का बड़ा कारण थीं. कई लोगों ने शिकायत की थी कि इमारतों पर लगे बांस के मचान और खिड़कियों पर लगाए गए ज्वलनशील फोम बोर्डों ने आग को तेजी से फैलाया. वर्तमान में विशेषज्ञ इन दावों की जांच कर रहे हैं और सरकार पर सुरक्षा मानकों को सख्त करने का दबाव बढ़ गया है.
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
ग्वांगडोंग और हांगकांग की दोनों घटनाओं ने पूरे क्षेत्र में अग्नि सुरक्षा तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि घनी आबादी वाले इलाकों में अनियमित निर्माण, पुरानी इमारतों में मरम्मत के दौरान सुरक्षा उपायों की कमी और अग्निशमन मानकों का पालन न होने से ऐसे हादसे बार-बार सामने आ रहे हैं.
सरकारी एजेंसियों ने कहा है कि शान्ताउ की घटना के बाद क्षेत्र में निर्माण गतिविधियों और सुरक्षा मानकों की व्यापक समीक्षा की जाएगी. स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाके में अस्थायी आश्रयों की व्यवस्था की है और पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा भी की जा रही है.
ये भी पढ़ें- गोवा के नाइट क्लब में लोगों को नहीं मिला भागने का रास्ता', शुरुआती जांच में सामने आए भीषण आग लगने के ये कारण
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us