Sawal Hai Bawal Hai: देखिए कैसे इमरान खान को लेकर चल रहे लाइव शो में भिड़ गए 2 पाकिस्तानी

Sawal Hai Bawal Hai: उज्मा ने यह भी आरोप लगाया कि खान की मुलाकातों का इस्तेमाल राजनीतिक संदेश बाहर भेजने के लिए किया जा रहा था, जो जेल नियमों के खिलाफ है.

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Yashodhan.Sharma
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Sawal Hai Bawal Hai: उज्मा ने यह भी आरोप लगाया कि खान की मुलाकातों का इस्तेमाल राजनीतिक संदेश बाहर भेजने के लिए किया जा रहा था, जो जेल नियमों के खिलाफ है.

Sawal Hai Bawal Hai: पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सेहत और जेल में उनकी स्थिति को लेकर नई बहस छिड़ गई है. एक टीवी डिबेट के दौरान यह मुद्दा इतना गर्मा गया कि मेहमान एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे. मामला इमरान खान के जिंदा होने, उनकी सेहत और जेल में उन्हें मिलने वाली सुविधाओं पर केंद्रित था.

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इफ्तिखार गुर्जर ने की पैनल पर की ये मांग

बहस की शुरुआत तब हुई जब पैनल में मौजूद उज्मा कारदार (PMLN) ने दावा किया कि इमरान खान बिल्कुल स्वस्थ हैं, नियमित एक्सरसाइज कर रहे हैं और उन्हें जेल में पर्सनल कुक तक दिया गया है. उनके अनुसार किसी तरह की चिंता की जरूरत नहीं है. लेकिन दूसरी ओर इंजीनियर इफ्तिखार गुर्जर ने इन दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जेल सुपरिटेंडेंट की हैसियत ही क्या है जब जेल का पूरा नियंत्रण एक कर्नल के हाथ में बताया जाता है. उन्होंने मांग की कि सरकार साफ-साफ बताए कि इमरान खान ठीक हैं या नहीं.

इफ्तिखार गुर्जर ने यह भी कहा कि अगर सरकार सचमुच मानती है कि इमरान खान स्वस्थ हैं, तो सूचना मंत्री सामने आकर देश को भरोसा दिलाएं. उन्होंने यह भी चुनौती दी कि उनकी जान-पहचान वाली पार्टी की एक महिला नेता कुरान पर हाथ रखकर यह कह दे कि इमरान खान सुरक्षित हैं, तो वे इस बात को मान लेंगे.

इमरान खान एक कन्विक्टेड क्रिमिनल- उज्मा

दूसरी ओर, सरकार की ओर से बहस में हिस्सा ले रहीं उज्मा ने कहा कि इमरान खान एक ‘कन्विक्टेड क्रिमिनल’ हैं, जिन्हें NAB कोर्ट ने 14 साल की सजा दी है. उन्होंने कहा कि जेल में नियम सबके लिए समान हैं और किसी भी कैदी को सियासी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जा सकती. उज्मा का दावा था कि इमरान खान को जेल में बाक़ी कैदियों से ज्यादा सुविधाएं मिल रही हैं जैसे टीवी, अखबार, एक्सरसाइज मशीनें और डॉक्टर की नियमित जांच.

उज्मा ने यह भी आरोप लगाया कि खान की मुलाकातों का इस्तेमाल राजनीतिक संदेश बाहर भेजने के लिए किया जा रहा था, जो जेल नियमों के खिलाफ है. इसी वजह से सरकार ने मुलाकातों पर सख्ती बढ़ाई है.

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