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Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध को चार साल बीत चुके हैं. शांति प्रयासों को लेकर बैठकों का दौर जारी है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सख्त लहजे में साफ कर दिया है कि वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि युद्ध को खत्म करने के लिए यूक्रेन सैन्य संगठन नाटो की सदस्यता को छोड़ने को तैयार है, मगर रूस के लिए अपनी जमीन को नहीं छोड़ेंगे. यह बातें जेलेंस्की ने रविवार को राजधानी बर्लिन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकाफ और दामाद जेरेड कुशनर के सामने कहीं.
ये दोनों ट्रंप के शांति प्रस्ताव पर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं से बातचीत के लिए बर्लिन आए हैं. सोमवार को उनकी जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज,जेलेंस्की और अन्य यूरोपीय नेताओं से वार्ता होगी.
जानें क्या बोले जेलेंस्की
जेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन में सम्मानजनक शांति चाहते हैं. उन्होंने यूरोपीय देशों के साथ मिलकर तैयार किए नए शांति प्रस्ताव पर जोर नहीं दिया है. जेलेंस्की नाटों में शामिल होने की अपनी इच्छा छोड़ने को लेकर तैयार हैं. अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की सुरक्षा गारंटी चाहते हैं. इससे रूस के भविष्य में होने वाले हमलों से निपटा जा सकता है. सुरक्षा गारंटी के तहत वह पश्चिमी देशों के सैनिकों की यूक्रेन में तैनाती चाहते हैं जो रूस को स्वीकार नहीं है.
रूस इन इलाकों कर चुका है कब्जा
आपको बता दें कि डोनेस्क के 80 प्रतिशत और लुहांस्क के करीब पूरे इलाके पर रूस का कब्जा है. जेलेंस्की का कहना है कि रूस शांति को लेकर अपनी अनिच्छा यूक्रेन पर लगातार घातक हमलों से दिखाता रहा है. वह यूक्रेन के ऊर्जा ठिकानों और जल संयंत्रों पर लगातार हमले कर रहा है. इससे लाखों यूक्रेनी लोग ठंड के मौसम भारी कठिनाई का सामना कर रहे हैं.
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