अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अगर वह व्हाइट हाउस की दौड़ में बने रहते तो राष्ट्रपति चुनाव जीत सकते थे. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि वह अनिश्चित थे कि क्या वह एक और पूर्ण कार्यकाल पूरा हो सकेगा. 82 वर्षीय जो बाइडेन अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो गए. ट्रंप के खिलाफ टेलीविजन पर एक बहस के बाद उनकी पार्टी की आलोचना हुई थी. इसमें वह एक और कार्यकाल के लिए दावा करने में असमर्थ दिख रहे थे.
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प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में विफल रहे: बिडेन
इस दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने नामांकन सुरक्षित कर लिया था. मगर वह ट्रंप से चुनाव हार गईं. जो बाइडेन ने कहा, "मैंने वास्तव में सोचा था कि मेरे पास उन्हें हराने का सबसे अच्छा मौका है. लेकिन जब मैं 85 साल का था, 86 साल का था तो मैं भी राष्ट्रपति बनने की सोच नहीं रहा था और इसलिए मैंने बैटन पास करने के बारे में बात की." बीते चार वर्षों के पछतावे के बारे में एक अन्य सवाल पर, बिडेन ने कहा कि वह ट्रंप समेत गलत सूचनाओं का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में विफल रहे.
अधिक मेहनत कर पाते तो हम बहुत बेहतर हालात में होते: बिडेन
जो बिडेन ने मीडिया से बातचीत में कहा, "जिस तरह से प्रकृति, जिस तरह से अब जानकारी साझा की जाती है. उसी प्रकृति के कारण, यह कहने के लिए कोई संपादक नहीं हैं कि 'यह बिल्कुल सच नहीं है." उन्होंने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को शुरू करने में देरी पर भी निराशा व्यक्त की." उन्हें लगता है कि अगर हम इनमें से कुछ परियोजनाओं को तेजी से जमीन पर उतारने में अधिक मेहनत कर पाते तो हम बहुत बेहतर हालात में होते.