"मुझे ऐसे युद्ध सुलझाने में महारत...," अफगानिस्तान-पाकिस्तान टकराव पर बोले प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप

अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर हुई भीषण झड़प में दोनों देशों के कई सैनिक मारे गए. 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद यह अब तक की सबसे गंभीर सीमा टकराव की घटना है. इस तनाव के बीच अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में युद्ध चल रहा है.

अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर हुई भीषण झड़प में दोनों देशों के कई सैनिक मारे गए. 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद यह अब तक की सबसे गंभीर सीमा टकराव की घटना है. इस तनाव के बीच अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में युद्ध चल रहा है.

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Ravi Prashant
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प्रेसिडेंट ट्रंप Photograph: (ani)

अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर पिछले हफ्ते हुई झड़पों में दोनों देशों के दर्जनों सैनिक मारे गए. यह घटना 2021 में तालिबान के काबुल में सत्ता में आने के बाद से दोनों देशों के बीच सबसे गंभीर झड़प मानी जा रही है. सोमवार तक दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी थम गई, लेकिन सीमा पर तनाव बरकरार है.

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झड़ंप कैसे शुरू हुई?

शनिवार देर रात तालिबान बलों ने 2,600 किलोमीटर लंबी पाक-अफगान सीमा पर पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर हमला किया. पाकिस्तानी सेना ने इसका जवाब देते हुए गोलाबारी और ड्रोन स्ट्राइक की. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया. पाकिस्तान ने 23 अपने सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की, जबकि तालिबान ने अपने नौ लड़ाकों के मरने की बात कही.

आखिर कैसे शुरू हुआ विवाद? 

पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने काबुल में एक एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें पाकिस्तानी तालिबान (TTP) के प्रमुख को निशाना बनाया गया. तालिबान ने कहा कि उनका हमला हवाई सीमा उल्लंघन का जवाब था. 

पाकिस्तानी तालिबान कौन हैं?

2007 में पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी इलाकों के कई जिहादी समूहों ने मिलकर तेहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का गठन किया. यह संगठन अफगान तालिबान से प्रेरित है, लेकिन अधिक उग्र और अल-कायदा की विचारधारा से प्रभावित है. 

TTP ने पाकिस्तान में कई हमले किए, जिनमें बाजार, मस्जिद, एयरपोर्ट और स्कूल शामिल थे. 2014 में पेशावर के स्कूल पर हमला जिसमें 130 से अधिक बच्चों की मौत हुई. इस घटना पूरे देश को झकझोर दिया. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन संगठन का बड़ा हिस्सा अफगानिस्तान में चला गया..

पाकिस्तान ने किया था स्वागत

2021 में अफगान तालिबान के सत्ता में आने पर पाकिस्तान ने स्वागत किया, लेकिन जल्द ही इस रिश्ते में तनाव बढ़ गया. पाकिस्तान का कहना है कि TTP का नेतृत्व और कई लड़ाके अफगानिस्तान में तालिबान के संरक्षण में हैं. काबुल सरकार इन आरोपों से इनकार करती है.

पाकिस्तान ने लगाया आरोप? 

पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि भारत, अफगानिस्तान के साथ मिलकर TTP को समर्थन दे रहा है. भारत ने इस आरोप का खंडन किया. अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी इन दिनों भारत दौरे पर हैं, जहां दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई. 

तनाव को लेकर ट्रंप ने क्या कहा? 

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “मुझे पता चला है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच युद्ध चल रहा है. मैं लौटकर देखूंगा, "मुझे ऐसे युद्ध सुलझाने में महारत है." विशेषज्ञों का कहना है कि यह झड़प सिर्फ सीमा विवाद नहीं, बल्कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव और शक्ति समीकरण की झलक है. अगर विवाद नहीं रुका, तो यह पूरे दक्षिण एशिया की सुरक्षा पर असर होगा.

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