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दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और अफ़ग़ान विदेश मंत्री मौलवी अमीर ख़ान मुत्ताक़ी उच्चस्तरीय वार्ता के बाद दोनों देशों ने ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी कर दिया है. इस ज्वाइंट स्टेटमेंट में द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय सुरक्षा और विकास सहयोग पर विस्तृत चर्चा के साथ साथ जरूरी कदम भी दिखाई देते हैं. बैठक के बाद जारी इस संयुक्त बयान में दोनों देशों की ओर से आतंकवाद की कड़ी निंदा, साझा सुरक्षा चिंताओं पर सहयोग, और आर्थिक व मानवीय विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई गई है.
आतंकवाद के खिलाफ साझा मोर्चा
डॉ. जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की अफ़ग़ानिस्तान द्वारा की गई निंदा और भारत के प्रति जताई गई एकजुटता के लिए अफगानिस्तान का धन्यवाद दिया है.
दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि सीमा पार से पैदा हो रहे हर तरह के आतंकवाद का मिलकर मुकाबला किया जाएगा.
अफ़ग़ान विदेश मंत्री मुत्ताक़ी ने भरोसा दिलाया कि अफ़ग़ान भूमि का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाएगा, वहीं भारत ने अफ़ग़ानिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति सम्मान दोहराया.
स्वास्थ्य, शिक्षा और मानवीय सहायता में भारत का योगदान
भारत ने अफ़ग़ानिस्तान के पुनर्निर्माण और विकास में सहयोग बढ़ाने का वादा किया है, विशेष रूप से स्वास्थ्य, सार्वजनिक ढाँचे और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में मदद के हांथ और मजबूत किए जाएंगे. काबुल में थैलेसीमिया सेंटर, मॉडर्न डायग्नोस्टिक सेंटर और इंदिरा गांधी बाल स्वास्थ्य संस्थान में नई हीटिंग प्रणाली भी लगाई जाएगी. भारत बगरामी जिले में 30-बेड अस्पताल, ऑन्कोलॉजी और ट्रॉमा सेंटर, तथा पक्तिका, खोस्त और पकतिया में पांच मातृत्व स्वास्थ्य केंद्र बनाएगा. लगभग 75 अफ़ग़ान नागरिकों को कृत्रिम अंग भी लगाए गए हैं जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई .
भारत ने अफ़ग़ान जनता को 20 एम्बुलेंस उपहार में देने की घोषणा की, जिनका प्रतीकात्मक हस्तांतरण बैठक के बाद किया गया. ICCR छात्रवृत्ति योजना के तहत अफ़ग़ान छात्रों को उच्च शिक्षा के अवसर जारी रहेंगे. भारत ने भूकंप प्रभावित नंगरहार और कुनार प्रांतों में आवास पुनर्निर्माण में मदद की पेशकश की.
मानवीय सहायता और व्यापारिक साझेदारी
दोनों पक्षों ने भारत की मानवीय सहायता योजनाओं की समीक्षा की जिसमें खाद्यान्न, राहत सामग्री, स्कूल स्टेशनरी, कीटनाशक और आपदा राहत सामग्री की आपूर्ति शामिल है. अफ़ग़ान विदेश मंत्री ने भारत के प्रति आभार जताया और कहा कि भारत की सहायता ने पलायन कर लौटे शरणार्थियों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई है.
नए एयर फ्रेट कॉरिडोर और निवेश अवसरों पर चर्चा
भारत-अफ़ग़ानिस्तान के बीच एयर फ्रेट कॉरिडोर की शुरुआत का दोनों देशों ने स्वागत किया, जिससे सीधा व्यापार और कनेक्टिविटी और मजबूत होगी. अफग़ानिस्तान ने भारतीय कंपनियों को खनन क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया, ताकि व्यापारिक संबंधों को और गहराई मिले.
जल प्रबंधन और ऊर्जा सहयोग
दोनों देशों ने सलमा (भारत-अफ़ग़ान मैत्री) बांध के निर्माण और रखरखाव में भारत की भूमिका की सराहना की. उन्होंने सतत जल प्रबंधन और हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजनाओं पर सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई, ताकि अफ़ग़ानिस्तान की ऊर्जा और कृषि जरूरतें पूरी हो सकें.
खेल और सांस्कृतिक संबंधों पर बल
भारत और अफ़ग़ानिस्तान ने खेल, विशेषकर क्रिकेट, और सांस्कृतिक संवाद को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर सहमति जताई. दोनों देशों ने इस बात पर भी सहमति जताई कि वे नियमित संवाद और निकट संपर्क बनाए रखेंगे, ताकि पारस्परिक सहयोग को और गहराई दी जा सके.