पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के खुजदार जिले में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) के दो नेताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना खुज़दार के ज़ेहरी इलाके में हुई, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत और तनाव का माहौल बन गया है. हमलावरों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है.
कैसे हुआ हमला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को खुझदार जिले के ज़ेहरी इलाके में कुछ अज्ञात हमलावरों ने अचानक JUI-F के दो नेताओं पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इस हमले में दोनों नेताओं की मौके पर ही मौत हो गई. घटना स्थल पर अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. हमलावर बाइक सवार थे, जिन्होंने नेताओं पर करीब से गोलियां चलाईं और फिर फरार हो गए. पुलिस के मुताबिक, हत्या के पीछे राजनीतिक रंजिश या आतंकवादी गतिविधि हो सकती है।
इलाके में बढ़ा तनाव, पुलिस ने शुरू की जांच
JUI-F के नेताओं की हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया है. पुलिस और सुरक्षाबलों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और संदिग्धों की तलाश जारी है. अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे राजनीतिक षड्यंत्र हो सकता है.
पाकिस्तान में राजनीतिक हत्याओं का सिलसिला जारी
यह घटना पाकिस्तान में बढ़ती राजनीतिक हिंसा की एक और कड़ी है. खासकर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे इलाकों में राजनीतिक और धार्मिक नेताओं पर लगातार हमले होते रहे हैं.
- इससे पहले भी JUI-F के नेताओं पर हमले हो चुके हैं.
- बलूचिस्तान में तालिबान और अन्य उग्रवादी संगठनों की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं.
- हाल ही में कराची, पेशावर और इस्लामाबाद में भी नेताओं पर हमले हुए हैं.
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JUI-F ने की निष्पक्ष जांच और सुरक्षा बढ़ाने की मांग
JUI-F पार्टी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि सरकार को JUI-F नेताओं की सुरक्षा बढ़ानी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. पार्टी ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से तुरंत कार्रवाई की अपील की है. JUI-F के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'अगर सरकार अपराधियों को नहीं पकड़ती, तो हम बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे.'
क्या यह हमला सुनियोजित था?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला पूरी तरह से सुनियोजित हो सकता है. बलूचिस्तान में आतंकी संगठनों और अलगाववादियों की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं. इससे पहले भी JUI-F के कई नेताओं को निशाना बनाया गया है. पाकिस्तान में सरकारी नीतियों और राजनीतिक अस्थिरता के कारण हिंसा बढ़ रही है. सुरक्षा एजेंसियां मानती हैं कि आतंकी संगठन सरकार को कमजोर करने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं.
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