Pakistan: प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तानी DG ISPR की शर्मनाक हरकत, महिला पत्रकार को आंख मारी, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

Pakistan: पाकिस्तान के DG ISPR लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी का प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महिला पत्रकार को आंख मारने का वीडियो वायरल हुआ. इस हरकत पर देशभर में उनकी आलोचना हो रही है और सेना की छवि पर सवाल उठ रहे हैं.

Pakistan: पाकिस्तान के DG ISPR लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी का प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महिला पत्रकार को आंख मारने का वीडियो वायरल हुआ. इस हरकत पर देशभर में उनकी आलोचना हो रही है और सेना की छवि पर सवाल उठ रहे हैं.

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Deepak Kumar
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Pakistan: पाकिस्तान सेना के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी एक बड़ी विवाद में घिर गए हैं. दरअसल, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महिला पत्रकार अबसा कोमन के सवाल पूछने पर जनरल अहमद ने उन्हें आंख मार दी. यह शर्मनाक हरकत कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इसके बाद पाकिस्तान में उनकी कड़ी आलोचना होने लगी है.

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बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन सुरक्षा, सीमा मुद्दों और पाकिस्तान-भारत तनाव पर जानकारी देने के लिए किया गया था. गंभीर विषयों पर चर्चा के बीच जब पत्रकार अबसा कोमन ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के मामले से जुड़े सवाल पूछे, तो जनरल चौधरी ने जवाब देते हुए पहले मुस्कुराया और फिर उन्हें आंख मार दी. यह वीडियो सामने आने के बाद लोग पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता की हरकत पर नाराजगी जता रहे हैं.

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

वीडियो में दिखाई देता है कि पत्रकार ने इमरान खान से जुड़े आरोपों पर सवाल किया. इस पर DG ISPR ने कहा, “और एक चौथा पॉइंट जोड़ लीजिए- वह एक मानसिक रोगी भी है.” इतना बोलने के बाद ही उन्होंने पत्रकार को आंख मारी. सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि एक अधिकारी द्वारा वर्दी में ऐसी हरकत करना सेना की छवि को खराब करता है. कई यूजर्स ने लिखा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र कमजोर हो चुका है और ऐसे अधिकारी राजनीति और मीडिया दोनों को प्रभावित कर रहे हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनरल चौधरी ने इमरान खान को “नार्सिसिस्ट” बताया और आरोप लगाया कि खान सैन्य संस्थानों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जेल में खान से मिलने वाले लोगों को सेना के खिलाफ “जहर फैलाने” के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि 9 मई 2023 को सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों की साजिश में भी इमरान खान शामिल थे.

घटना के बाद पाकिस्तान में एक बार फिर सेना की जवाबदेही और मीडिया की स्वतंत्रता पर बहस तेज हो गई है.

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