पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का बेटा दिवालिया हो गया है. लंदन प्रशासन ने नवाज शरीफ के बेटे हसन नवाज को वर्ष 2025 का डिफॉल्टर घोषित किया है. उसके खिलाफ अब दिवालिया की कार्रवाई अगले महीने से शुरू की जा सकती है. बता दें, हसन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का भतीजा है. वहीं, हसन की बहन पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री हैं.
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लंदन प्रशासन के गैजेट के अनुसार, हसन नवाज पर करीब 10 मिलियन पाउंड का इनकम टैक्स बकाया है. 10 मिलियन पाउंड करीब 1,12,13,64,000 भारतीय रुपये होते हैं. हसन पर आरोप है कि वह जानबूझकर टैक्स की राशि नहीं चुका रहा है. अगले माह से हसन की संपत्ति को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हसन की टैक्स राशि 2015-16 से बकाया है. अब उस पर जुर्माने सहित कुल राशि 10 मिलियन पाउंड हो गई है.
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जानें क्या है मामला?
बता दें, हसन नवाज का नाम पनामा पेपर लीक मामले में भी सामने आया है. हसन और उसके परिवार के ऊपर काले धन से अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. इसके बाद हसन ने लंदन स्थित अपनी एक संपत्ति को 38 मिलियन पाउंड में अली रियाज नाम के पाकिस्तानी व्यक्ति को बेच दिया था. अली रियाज खुद एक संदिग्ध है. कहा जाता है कि अली रियाज नवाज शरीफ और उनके परिवार के कालेधन को सफेद बनाने में मदद करता है.
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