इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऑपरेशन Rising Lion के तहत ईरान पर जारी हमले के बीच ईरानी जनता के नाम एक खास संदेश दिया है. उन्होंने इसे इतिहास के सबसे बड़े सैन्य अभियानों में से एक करार दिया.
हमार मकसद है?
नेतन्याहू ने कहा, "हम उस इस्लामिक शासन के खिलाफ लड़ रहे हैं जिसने पिछले करीब 50 वर्षों से ईरान की जनता को दमन में रखा है और अब हमारे देश, इज़राइल को खत्म करने की धमकी दे रहा है." अपने संदेश में नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इज़राइल का मकसद सिर्फ ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को खत्म करना ही नहीं है, बल्कि ईरानी जनता के लिए आज़ादी का रास्ता खोलना भी है.
बीते 24 घंटे में क्या किया?
उन्होंने दावा किया कि बीते 24 घंटों में इज़राइली सेना ने ईरान के कई शीर्ष सैन्य कमांडरों को निशाना बनाया. सीनियर परमाणु वैज्ञानिकों को मारा. सबसे महत्वपूर्ण संवर्धन (Enrichment) सुविधा को तबाह किया और बड़ी संख्या में बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट किया है.
ये आपके लिए मौका है
नेतन्याहू ने आगे कहा, "ये तो बस शुरुआत है. इस्लामिक शासन को समझ ही नहीं आ रहा कि उसे क्या चोट लगी है और आगे क्या होने वाला है. ये शासन कभी इतना कमज़ोर नहीं था." अपने संदेश के अंत में उन्होंने ईरानी जनता से अपील करते हुए कहा, "यह आपका मौका है. खड़े हों, आवाज़ उठाएं और आज़ादी के लिए आगे बढ़ें."
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