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जाकिर नाइक का पाकिस्तान कनेक्शन आया सामने, पाक की मदद से मिल रहा है खाड़ी देशों से पैसा

भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े, इस्लामिक प्रचारक और कट्टरपंथी जाकिर नाइक (Zakir Naik), जो वर्तमान में मलेशिया (Malaysia) में रह रहा है, वह अब भी कट्टरपंथी इस्लामी गतिविधियों के प्रचार में लगा हुआ है.

Updated on: 27 May 2020, 12:10 PM

highlights

  • भारत के दबाव के बावजूद भारत के खिलाफ सक्रिय है जाकिर नाइक.
  • इस काम में अब उसे मिल रही है पाकिस्तान की भरपूर मदद.
  • पाकिस्तान ने कतर और तुर्की जैसे देशों से दिलवाया भारी मात्रा में फंड.

नई दिल्ली:

भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े, इस्लामिक प्रचारक और कट्टरपंथी जाकिर नाइक (Zakir Naik), जो वर्तमान में मलेशिया (Malaysia) में रह रहा है, वह अब भी कट्टरपंथी इस्लामी गतिविधियों के प्रचार में लगा हुआ है. इसके अलावा वह खाड़ी (Gulf Countries) में अमीर लोगों से अपने संपर्कों के जरिए धन इकट्ठा कर रहा है, जो उसकी गतिविधियों का समर्थन कर रहे हैं. इस घटनाक्रम से जुड़े करीबी सूत्रों से पता चला है कि कथित तौर पर नाइक अपने पुराने संपर्कों में से एक प्रमुख कतर निवासी के संपर्क में था और उसने रमजान (Ramzan) के दौरान दान के लिए अनुरोध किया था. कथित तौर पर इस जाने-माने कतर निवासी ने उसे 5 लाख डॉलर की राशि देने का आश्वासन दिया है. भारत का भगोड़ा जाकिर नाइक पर एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ है कि वह पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मिलकर भारत के खिलाफ एक गहरी साजिश रच रहा है.

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जाकिर के सिर आया पाकिस्तान का हाथ
अब सुरक्षा ऐजेंसियों इनपुट मिल रहे हैं कि हिंदुस्तान में वह नफरत की इस खेती को बढ़ाने में पाकिस्तान की मदद ले रहा है. पाकिस्तान भारत के खिलाफ जाकिर नाइक की मदद कतर और तुर्की जैसे देशों के इस्तेमाल से करने की कोशिश कर रहा है. इसके साथ ही भारत से भागे जाकिर नाइक का पाकिस्तान के साथ नापाक कनेक्शन भी खुलकर सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जाकिर नाइक को खाड़ी देशों से भी इस काम में मदद मिल रही है. यह भी पता चला है कि यह कतरी नागरिक, नाइक का करीबी सहयोगी है और उसे धन संग्रह के लिए स्थानीय धनी व्यापारियों और धर्मार्थ संगठनों से संपर्क करने में मदद करता है. गौरतलब है कि नाइक कट्टरपंथी इस्लामिक विचारधारा का प्रचार करने में शामिल है जिसने भारत और विदेशों में कई युवाओं को प्रतिकूल तरीके से प्रभावित किया है और उनमें से कुछ को दाइश जैसे चरमपंथी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया है.

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कतर समेत खाड़ी देशों से मिल रहा फंड
बता दें कि नाइक मुंबई का है और एक इस्लामिक उपदेशक और प्रचारक है. वह इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरपी) और पीस टीवी का संस्थापक हैं, जो सऊदी अरब से उर्दू और अंग्रेजी में प्रसारित एक इस्लामिक टीवी चैनल है. वह कई स्थानीय कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों जैसे दक्षिण कर्नाटक सलाफी आंदोलन और अल-लिसान इस्लामिक फाउंडेशन से भी जुड़ा हुआ है. नाइक ने भारत सरकार की जांच से बचने के लिए इस तरह के फंड के संग्रह के लिए कतर और यूएई सहित खाड़ी देशों में कई बैंक खाते बनाकर रखे हैं. वह आम तौर पर आईआरएफ और अन्य संबद्ध संगठनों द्वारा विभिन्न गतिविधियों के लिए अपने सहयोगियों और नेटवर्क को धन हस्तांतरित करने के लिए इन खातों का उपयोग करता है. भारत सरकार ने आईआरएफ पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया है.