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US Air Force में दुनिया का पहला 6th जेनरेशन बी-21 बॉम्बर शामिल( Photo Credit : File Photo)
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US Air Force में दुनिया का पहला 6th जेनरेशन बी-21 बॉम्बर शामिल( Photo Credit : File Photo)
US Air Force : अमेरिका ने पिछले दिनों हथियारों की दौड़ में दुनिया के बड़े देशों को पछाड़ कर 6th जेनरेशन के बॉम्बर एयरक्राफ्ट बी-21 बॉम्बर को अपनी वायुसेना के बेड़े में शामिल किया. यह अमेरिकन कंपनी नॉर्थमैन ग्रुम्मन के द्वारा बनाया गया है. कंपनी के अनुसार इसकी खास बात यह है कि इसे एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग तकनीक से बनाया गया है और इसके अलावा इसमें क्लाउड तकनीक का इस्तेमाल भी किया गया है. यह 6th जेनरेशन का पहला और एकलौता बॉम्बर एयरक्राफ्ट है.
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दुनिया के कई बड़े देशों को छोड़ा पीछे
6th जेनरेशन के बॉम्बर एयरक्राफ्ट को पाकर अमेरिका ने दुनिया के कई बड़े देशों को पीछे छोड़ दिया है. फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, चीन और रूस जैसे ताकतवर देश इस तकनीक पर काम कर रहे हैं. अमेरिकी डिफेन्स मिनिस्ट्री ने मई 2022 में ही इसे अपने बेड़े में शामिल करने का ऐलान कर दिया था. अभी फिलहाल अमेरिका ने 6 बॉम्बर एयरक्राफ्ट को ही बड़े में शामिल किया है, आने वाले समय में अमेरिका 100 अन्य बॉम्बर एयरक्राफ्ट्स को बेड़े में शामिल करने वाला है.
क्रूज मिसाइल से लैस
इस बॉम्बर को रेडर जेट नाम भी दिया जा रहा है, क्योंकि यह भी दावा किया जा रहा कि यह दुश्मन को भनक लगे बिना उसके इलाके में घुसकर नेस्तोनाबूत कर सकता है. इस एयरक्राफ्ट में JASSM-ER क्रूज मिसाइल और 2000 पौंड वाली जीबीयू-31 ज्वॉइंट अटैक डायरेक्टेड अटैक सैटेलाइट गाइडेड बम फिट किया जाएगा. इसकी मदद से अमेरिका किसी भी एयरस्ट्राइक को सफलता से पूरा कर सकता है.
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राफेल से भी कहीं ज़्यादा खतरनाक
राफेल 4th और 5th जेनरेशन का विमान है तो वहीं दूसरी तरफ बी-21 बॉम्बर 6th जेनरेशन का विमान है. राफेल की स्पीड 1912 किलोमीटर प्रति घंटा है, तो बी-21 बॉम्बर की स्पीड 3600 किलोमीटर प्रतिघंटा है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि आकार में छोटा होने के कारण यह दुश्मन के ठिकानों को उन्हें पता लगे बिना ध्वस्त कर सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका ने इसे उस समय वायुसेना के बेड़े में शामिल किया है जब रूस, चीन और नार्थ कोरिया की अमेरिका के साथ तनातनी चल रही है. इसे आने वाले समय में दुनिया में होने वाले एक नए बड़े युद्ध की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है.