प्रचंड को बहुमत मिलने के 42 दिन में ही गठबन्धन में दरार, मंत्रियों को वापस बुलाने का निर्णय
नेपाल में जिस नाटकीय तरीके से सत्तारूढ़ गठबन्धन बना था अब उसी नाटकीय तरीके से यह गठबन्धन टूटने का सिलसिला शुरू हो चुका है.
काठमांडू :
नेपाल में जिस नाटकीय तरीके से सत्तारूढ़ गठबन्धन बना था अब उसी नाटकीय तरीके से यह गठबन्धन टूटने का सिलसिला शुरू हो चुका है. सरकार को समर्थन कर रहे राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने अपने मंत्रियों को वापस बुलाने का फैसला कर लिया है. राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी की संसदीय दल और केन्द्रीय सदस्यों संयुक्त बैठक ने सरकार में सहभागी अपने मंत्रियों को वापस बुलाने का फैसला किया है. दो दिनों की लगातार बैठक के बाद राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने यह फैसला किया है. पार्टी की बैठक के बाद पत्रकार सम्मेलन करते हुए रवि लामिछाने ने कहा कि बैठक में सरकार छोड़ने लेकिन सरकार को समर्थन जारी रखने का फैसला किया गया है.
नागरिकता विवाद में फंसे पार्टी के अध्यक्ष रवि लामिछाने के खिलाफ सर्वोच्च अदालत से सांसद पद, संसदीय दल के नेता पद, उपप्रधानमंत्री पद और पार्टी अध्यक्ष के पद से बर्खास्त कर दिया था. हालांकि इस फैसले के 24 घंटे बाद ही रवि लामिछाने ने दूसरी नागरिकता का प्रमाण पत्र हासिल कर लिया था.
ये भी पढ़ें: जाति भगवान ने नहीं, पंडितों ने बनाई; भगवान के लिए सब एक: RSS Chief मोहन भागवत
नई नागरिकता लेने के बाद से ही रवि लामिछाने फिर से गृहमंत्री बनने के लिए आतुर दिखाई दे रहे थे. उन्होंने बार बार प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचण्ड और सत्ता घटक के प्रमुख पार्टी के नेता केपी शर्मा ओली से मिल कर दुबारा मंत्री पद देने के लिए दबाब दे रहे थे. बिना सांसद भी 6 महीने तक मंत्री बन पाने की संवैधानिक व्यवस्था के तहत खुद को मंत्री बनाने के लिए दबाब डाल रहे थे. लेकिन प्रधानमंत्री प्रचण्ड ने अदालत के फैसले का पूर्ण पाठ नहीं आने तक मंत्री बनाने से साफ इनकार कर दिया. रवि लामिछाने पर पासपोर्ट दुरूपयोग करने, सरकारी कागजात का गलत इस्तेमाल करने का भी मामला बनता है.
रवि लामिछाने ने मंत्री नहीं बनाने पर सरकार छोड़ने की धमकी लगातार दे रहे थे और आज संसदीय दल तथा केन्द्रीय कमिटी की संयुक्त बैठक में सरकार छोड़ने का फैसला किया गया है. स्वतंत्र पार्टी के संसद में 19 सांसद हैं. हालांकि सरकार से समर्थन वापस लिए जाने पर भी सरकार के पास बहुमत के लिए पर्याप्त संख्या मौजूद है. माओवादी अध्यक्ष प्रचण्ड की सरकार को विश्वास मत के दौरान संसद में उपस्थित 270 में से 268 सांसदों का समर्थन मिला था.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी