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भारत खत्म करा सकता है रूस-यूक्रेन जंग, PM मोदी पर टिकीं UN की निगाहें

रूस-यूक्रेन युद्ध 34वें दिन भी जारी है. रूस यूक्रेन पर काबू पाने के लिए लगातार जमीन और आसमान से हमले कर रहा है. वहीं, रूसी हमले को रोकने के लिए पश्चिमी देशों ने  रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की बौछार कर दी है, लेकिन इन सबसे प्रवाह रूस का सैन्य ऑपरेशन बदस्

Updated on: 29 Mar 2022, 09:44 AM

highlights

UN महासचिव ने संघर्ष समाप्त होने की जताई संभावना
तुर्की, भारत, कतर और इजरायल के संपंर्क में हैं गुतारेस 
जेलेंस्की ने मांगी सुरक्षा और संप्रभुता की गारंटी 

नई दिल्ली:

रूस-यूक्रेन युद्ध 34वें दिन भी जारी है. रूस यूक्रेन पर काबू पाने के लिए लगातार जमीन और आसमान से हमले कर रहा है. वहीं, रूसी हमले को रोकने के लिए पश्चिमी देशों ने  रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की बौछार कर दी है, लेकिन इन सबसे प्रवाह रूस का सैन्य ऑपरेशन बदस्तूर जारी है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने युद्ध समाप्त करने की कोशिश तेज कर दी है. महासचिव  गुतारेस ने सोमवार को कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने की दिशा में मध्यस्थता के प्रयासों को लेकर भारत, तुर्की, चीन और इजराइल समेत अन्य देशों के साथ करीबी संपर्क में हैं.

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मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे हैं ये देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं, ऐसे कई देशों के साथ करीबी संपर्क में हूं जो युद्ध को खत्म करने के लिए अपने स्तर पर दोनों ही देशों के शीर्ष नेताओं के संपर्क में है. गुतारेस ने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे तुर्की के मित्रों के साथ लगातार नजदीकी संपर्क में हूं. उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह मैं भारत, कतर,  इजरायल, चीन, फ्रांस और जर्मनी के साथ भी करीबी संपर्क में हूं. इसके साथ ही उन्होंने इन सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के प्रयासों की जमकर सराहना की, गुतारेस ने कहा कि मेरा विश्वास है कि इस युद्ध को समाप्त करने के लिए परिस्थितियों का निर्माण करने के वास्ते ये सभी कोशिशें बहुत ही जरूरी है.  

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भारत के रूस-यूक्रेन दोनों से है अच्छे संबंध
गौरतलब है कि तुर्की की मध्यस्था में दो दौर की बातचीत हो चुकी. दूसरे दौर की बातचीत के बाद सोमवार को तुर्की ने दावा किया था कि दोनों ही देश युद्ध समाप्त करने के रूस की 6 में चार मुद्दे पर सहमत हो गए है. इसके साथ ही इस मामले के शांतिपूर्ण हल की संभावना बढ़ गई है. इससे पहले यूक्रेन ने भारत और रूस के करीबी रणनीतिक संबंध को देखते हुए युद्ध समाप्त कराने की पीएम मोदी से अपील की थी. इसके साथ ही पीएम मोदी दोनों नेताओं से फोन पर बात भी कर चुके हैं, हालांकि, उनकी बात इस बातचीत से कोई हल नहीं निकल पाया था. गौरतलब है कि भारत के दोनों से देशों से मित्रतापूर्ण संबंध है. रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के बाद भी भारत जहां रूस से तेल की खरीदी जारी रखे हुआ है. वहीं, युद्धग्रस्त यूक्रेन को मानवीय मदद भी पहुंचा रहा है. 

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जेलेंस्की समझौते को तैयार
युद्ध में कई शहरों के गंवाने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन तटस्थता की घोषणा करने यानी नाटों का हिस्सा नहीं बनने और देश के बागी हुए पूर्वी इलाकों पर समझौता करने को तैयार है. जेलेंस्की का यह बयान दोनों देशों के बीच मंगलवार को युद्ध रोकने लिए होने वाली अगले दौर की वार्ता से पहले आया है. इसके साथ ही जेलेंस्की ने दोहराया है कि केवल रूसी नेता से आमने-सामने की बातचीत से ही युद्ध समाप्त हो सकता है. एक रूसी मीडिया को दिए इंटरव्यू में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने समझौते में संभावित रियायत का संकेत देने के साथ कहा कि यूक्रेन की प्राथमिकता अपनी संप्रभुता को सुनिश्चित करने और मास्को को उनके देश के हिस्से को अलग करने से रोकना है, हालांकि, ज्यादातर पश्चिमी देशों का मानना है कि यह रूस का लक्ष्य यूक्रेन को दो हिस्सों में विभाजित करना है. जेलेंस्की ने अपना नरम रुख दिखाते हुए कहा कि ‘सुरक्षा की गारंटी, तटस्थता  और यूक्रेन का गैर परमाणु का दर्जा कायम रखने के लिए हम तैयार हैं.’इसके साथ ही जेलेंस्की ने जोर देकर यह भी कहा कि किसी भी समझौते में उसे सुरक्षा की गारंटी चाहिए. गौरतलब है कि रूस यूक्रेन युद्ध में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और तकरीबन 40 लाख यूक्रेनियन को विस्थापित होना पड़ा है.