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अफगानिस्तान के ताजा हालातों पर अब आया संयुक्त राष्ट्र का बयान, बोली यह बात

अफगानिस्तान के ताजा हालातों पर संयुक्त राष्ट्र चिंतत, तालिबान से की यह अपील

Updated on: 16 Aug 2021, 10:59 PM

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को कहा कि मैं सभी पक्षों से रूप से तालिबान से आग्रह करता हूं कि वे लोगों के जीवन की रक्षा के लिए अत्यधिक संयम बरतें और यह सुनिश्चित करें कि मानवीय जरूरतों को पूरा किया जा सके. गुटेरेस ने कहा कि अफगानिस्तान में जारी संघर्ष की वजह से सैकड़ों हजारों लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हो गए हैं. अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां भगदड़ और अफरातफरी का माहौल है. भारत समेत कई देश वहां फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं. भारत अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट करा रहा है.

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अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी मीटिंग में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि अफगानिस्‍तान में जारी संघर्ष ने हजारों लोगों को अपना घर छोड़ने को मजबूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि मैं सभी पक्षों को नागरिकों की सुरक्षा के लिए उनकी जिम्मेदारियों की याद दिलाता हूं. इस दौरान उन्होंने सभी पक्षों का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा कि वो लोगों को लाइफ सेविंग सर्विस और हेल्प के लिए आगे आएं.

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यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने अफगान घटनाक्रम को मानवीय संकट कर दिया. उन्होंने कहा कि मैं सभी देशों से अपील करता हूं कि वो शरणार्थियों को स्वीकार करें. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में वैश्विक आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए दुनियाभर के देशों को एक मंज पर आना होगा. उन्होंने कहा कि इंटरनेशल कंम्युनिटी को यह सुनिश्चित करना होगा कि अफगानिस्तान को फिर से कभी आतंकवादी संगठनों के लिए सुरक्षित पनाहगाह न बनने पड़े.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शनिवार को 'अफगानिस्तान से हाथ धोने' वाले बयान को वाल स्ट्रीट जर्नल के संपादकीय बोर्ड ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी के ऐसे क्षण में एक कमांडर इन चीफ द्वारा दिया गया 'इतिहास में सबसे शर्मनाक बयान' करार दिया। डब्ल्यूएसजे के संपादकीय बोर्ड ने कहा कि जैसे ही तालिबान काबुल में दखिल हुआ, बाइडेन ने खुद को जिम्मेदारी से मुक्त कर लिया, अपने पूर्ववर्ती को दोष दिया और कमोबेश तालिबान को देश पर कब्जा करने के लिए आमंत्रित किया.