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अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने पर तालिबानियों में खुशी की लहर, किया ये काम

अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने घोषणा की कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है. जिसके बाद तालिबानियों में खुशी की लहर दौर गई. तालिबानी आतंकी ने फायरिंग कर जश्न मनाया.

Updated on: 31 Aug 2021, 12:54 PM

highlights

  • अमेरिकी सैनिकों ने छोड़ा अफगानिस्तान
  • तालिबान में खुशी की लहर, मनाया जश्न
  • आतिशबाजी और आसमानी फायरिंग की

नई दिल्ली :

अफगानिस्तान में 20 साल चले लंबे युद्ध के बाद आखिरकार अमेरिकी सैनिक अपने वतन लौट गए हैं. डेडलाइन से पहले अंतिम अमेरिकी विमान जा चुका है. यानी अब अफगानिस्तान अमेरिकी सेना से मुक्त है. अफगानिस्तान पर अब तालिबानियों का कब्जा है. अमेरिकी सैनिकों के लौट जाने से तालिबानी आतंकी बेहद खुश हैं.तालिबानियों ने जश्न मनाया. उन्होंने आतिशबाजी की और आसमानी फायरिंग भी की. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद (zabihullah mujahid) ने बताया कि अमेरिकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे को छोड़ दिया है और हमारे देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिली है.

इधर, अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने घोषणा की कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है, इसके साथ ही युद्धग्रस्त राष्ट्र पर वाशिंगटन के नेतृत्व वाले सेना के 20 साल का सफर का अंत हो गया है. यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर केनेथ मैकेंजी ने सोमवार मध्यरात्रि एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान घोषणा की, मैं यहां अफगानिस्तान से वापसी और अमेरिकी नागरिकों, तीसरे देश के नागरिकों और कमजोर अफगानों को निकालने के मिशन की समाप्ति की घोषणा करने के लिए हूं.

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मैकेंजी ने कहा, आखिरी सी-17 ने 30 अगस्त को हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से आज दोपहर 3.29 बजे उड़ान भरी.

मैकेंजी ने कहा कि वापसी के पूरा होने से युद्धग्रस्त राष्ट्र में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति का अंत हो गया है. साथ ही राजनयिक मिशन यह सुनिश्चित करेगा कि अतिरिक्त अमेरिकी नागरिकी और देश छोड़ने की इच्छा रखने वाले योग्य अफगान देश छोड़ सकें.

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27 अगस्त काबुल बम विस्फोटों के दौरान मारे गए 13 सैनिकों सहित अफगानिस्तान में मारे गए 2,461 अमेरिकी सेवा सदस्यों को श्रद्धांजलि देते हुए मैकेंजी ने संवाददाताओं से यह भी कहा कि कोई भी अमेरिकी नागरिक काबुल से अंतिम पांच निकासी उड़ानों में शामिल होने में कामयाब नहीं रहा, जिसका अर्थ है कि अभी भी देश छोड़ने के इच्छुक कुछ अमेरिकी वहां रह गए हैं.

जनरल ने कहा कि वर्तमान में अफगानिस्तान में फंसे अमेरिकी नागरिकों की संख्या बहुत कम है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विदेश विभाग अब उन लोगों की सहायता करने का प्रभारी है.अफगानिस्तान में अभी भी 250 से कम अमेरिकी नागरिक हैं.