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Chinese Fighter Jet( Photo Credit : Social Media)
Taiwan China Conflict: ताइवान में हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूलिंग पार्टी के नेता और वर्तमान उपराष्ट्रपति विलियम लाई चिंग-ते जीत दर्ज की. चीन उन्हें अपने लिए बेहद खतरनाक मानता है. यही वजह है कि मतदान से पहले चीन ने विलियम लाई चिंग-ते को खतरनाक अलगाववादी कहा था. इसके साथ ही चीन ने मतदाताओं को भी चेतावनी दी थी कि यदि वे सैन्य संघर्ष नहीं चाहते तो सही विकल्प चुनें. लेकिन विलियम लाई की जीत से चीन ने ताइवान को आंखें दिखाना शुरू कर दी हैं. इसी बीच खबर आई है कि ताइवान ने अपने द्वीप के पास रविवार की सुबह से लेकर सोमवार सुबह तक 6 चीनी सैन्य विमानों और चार नौसैनिक जहाजों को देखा है.
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ताइवान न्यूज ने सोमवार को देश के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) का हवाला देते हुए ये जानकारी दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि ताइवान ने 14 जनवरी की सुबह 6 बजे से 15 जनवरी की सुबह 6 बजे के बीच देश भर में छह चीनी सैन्य विमानों और चार नौसैनिक जहाजों का पता लगाया. एमएनडी के मुताबिक, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के छह विमानों में से एक BZK-005 टोही ड्रोन ताइवान स्ट्रेट मध्य रेखा को पार कर गया और देश के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) के दक्षिण-पश्चिम कोने पर पहुंच गया. उसके बाद ताइवान ने विमानों, नौसैनिक नौकाओं और वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों के साथ पीएलए संचालन की निगरानी करके जवाब दिया.
चीन ने अब तक भेजे 114 सैन्य विमान
इसके साथ ही रविवार दोपहर 1:47 बजे, एक चीनी गुब्बारा कीलुंग से 294 किलोमीटर (159 मील) दक्षिण-पश्चिम में ताइवान स्ट्रेट मीडियन लाइन को पार करते देखा गया, ताइवान न्यूज के मुताबिक, बाद में गुब्बारा उत्तर पूर्व की ओर जाने के बाद रविवार शाम 4:38 बजे गायब हो गया. बताया जा रहा है कि बीजिंग अब तक ताइवान के आसपास 114 चीनी सैन्य विमान और 65 नौसैनिक जहाज भेज चुका है.
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चीन 2020 से ग्रे जोन रणनीति का कर रहा प्रयोग
जानकारी के मुताबिक, चीन सितंबर 2020 से ग्रे ज़ोन रणनीति का कई बार उपयोग कर रहा है, इसी के साथ वह धीरे-धीरे ताइवान क्षेत्र में सैन्य विमानों और नौसेना जहाजों की संख्या बढ़ा रहा है. विशेष रूप से, ग्रे ज़ोन रणनीति को "स्थिर-राज्य निरोध और आश्वासन से परे प्रयासों की एक श्रृंखला या प्रयास के रूप में परिभाषित किया गया है जो बल के प्रत्यक्ष और बड़े उपयोग का सहारा लिए बिना किसी के सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रयास करता है."
Source : News Nation Bureau