logo-image

काबुल में टी20 मैच के दौरान धमाका, कई दिग्गज क्रिकेटर्स भी थे टीम में

शपागीजा टी20 क्रिकेट लीग के इस मुकाबले में अफगानिस्तान के कई बड़े खिलाड़ी खेल रहे हैं. विश्व कप के हीरो शपूर जादरान, दौलत जादरान, मोहम्मदुल्ला नजीबुल्लाह, अफताब आलम, करीम जानत, कामरान गुलाम भी इस मैच में खेल रहे थे.

Updated on: 30 Jul 2022, 10:30 AM

highlights

  • आईपीएल की तर्ज पर काबुल में खेली जा रही शपागीजा टी20 क्रिकेट लीग
  • इसी लीग के एक मैच के दौरान काबुल इंटरनेशनल स्टेडियम में धमाका
  • मैच में अफगानिस्तान के लिए खेलने वाले कई दिग्गज थे टीम में मौजूद

काबुल:

अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान राज (Taliban) में भारत के आईपीएल की तर्ज पर काबुल इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में शपागीजा टी20 (T20) क्रिकेट लीग खेली जा रही है. शुक्रवार को इसी लीग के एक मुकाबले में पामीर जाल्मी और बंद-ए-अमीर ड्रैगंस टीम आमने-सामने थी. इस मुकाबले में अफगानिस्तान के लिए विश्व कप खेल रहे कई खिलाड़ी भी शामिल थे. इसी दौरान किसी अज्ञात शख्स ने हथगोला फेंक दिया, जिसके धमाके की चपेट में आकर चार दर्शक घायल हो गए. धमाके के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों को बंकर के भीतर ले जाया गया. बताया जा रहा है कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है. फिलहाल इस धमाके की किसी ने भी जिम्मेदारी नहीं ली है. 

धमाके से स्टेडियम में अफरा-तफरी
काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान ने भी धमाके की पुष्टि की और कहा कि विस्फोट एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फेंके गए हथगोले से हुआ. मैच के दौरान धमाके से स्टेडियम में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई. दर्शक भी सुरक्षित स्थानों की ओर भागते देखे गए. धमाके के बाद की अफऱा-तफरी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक हमले के समय संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी भी स्टेडियम में मौजूद थे. धमाके की वजह से मैच भी एक घंटे रुका रहा. बाद में पुलिस की हरी झंडी मिलने के बाद मुकाबला फिर शुरू हुआ. गौरतलब है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शपागीजा टी20 क्रिकेट लीग 2013 में शुरू की थी.

यह भी पढ़ेंः  रूसी हमले के बाद यूक्रेन से अनाज का निर्यात शुरू, जेलेंस्की खुद रहे ओडेसा बंदरगाह पर

अफगानिस्तान के कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे मैदान में
शपागीजा टी20 क्रिकेट लीग के इस मुकाबले में अफगानिस्तान के कई बड़े खिलाड़ी खेल रहे हैं. विश्व कप के हीरो शपूर जादरान, दौलत जादरान, मोहम्मदुल्ला नजीबुल्लाह, अफताब आलम, करीम जानत, कामरान गुलाम भी इस मैच में खेल रहे थे. धमाके की वजह से मची अफरा-तफरी में मैच का समय बर्बाद होने से डकवर्थ लुईस नियम के तहत बंद-ए-अमीर ड्रैगंस ने 10 ओवर में 94 रन के लक्ष्य को 17 गेंद रहते 1 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया. इससे पहले पामीर जाल्मी टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 159 रन बनाए थे.

यह भी पढ़ेंः बांग्लादेश: टूर पर गई स्कूली बस हादसे का शिकार, छात्रों-शिक्षकों समेत 11 की मौत

अल्पसंख्यकों को बनाया जा रहा निशाना
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले काबुलके एक गुरुद्वारे के गेट पर भी धमाका हुआ था. जून में बाग-ए-बाला में गुरुद्वारा कारते परवान में श्रखंलाबद्ध धमाके हुए थे इन धमाकों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी,जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. गौरतलब है कि बीते साल अगस्त दो दशकों बाद अफगानिस्तान में तालिबान राज की वापसी के बाद आतंकी संगठन कहीं न कहीं धमाके कर रहे हैं. ये धमाके छोटे आतंकी समूह अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए करते हैं. इनके निशाने पर शाकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग और उनके स्थान ही रहते हैं.