logo-image

रूसी हमले के बाद यूक्रेन से अनाज का निर्यात शुरू, जेलेंस्की खुद रहे ओडेसा बंदरगाह पर

ओडेसा के पोत पर जेलेंस्की का यह दौरा दुनिया को यह बताने की कोशिश है कि वह पिछले सप्ताह हुए समझौतों के बाद लाखों टन अनाज का निर्यात करने को तैयार हैं. रूस और यूक्रेन के बीच हुए इस समझौते की मध्यस्थता तुर्की और संयुक्त राष्ट्र ने की थी.

Updated on: 30 Jul 2022, 08:59 AM

highlights

  • ओडेसा के बंदरगाह से अनाज का निर्यात शुरू
  • रूसी हमले के बाद यूक्रेन से पहले शिपमेंट
  • जेलेंस्की ने खुद लिया अनाज लदान का जायजा

ओडेसा:

रूस-यूक्रेन अनाज समझौते के बाद यूक्रेन (Ukraine) के ओडेसा से अनाज के निर्यात की शुरुआत हुई. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने ओडेसा (Odessa) क्षेत्र में काला सागर के पास स्थित एक पोत का दौरा कर अनाज की निर्यात (Grain Export) व्यवस्था का निरीक्षण किया. यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद ओडेसा से अनाज का निर्यात हो रहा है. तुर्की और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से हुए इस समझौते से यूक्रेन से अनाज का निर्यात शुरू होने से खाद्य संकट का सामना कर रहे दुनिया के कई देशों के लाखों लोगों को राहत मिलेगी. गौरतलब है कि यूक्रेन गेहूं, जौ, मक्का और सूरजमुखी के तेल का एक बड़ा वैश्विक निर्यातक है. रूसी हमले से निर्यात बाधित होने पर दुनिया भर में खाद्य पदार्थों की कीमतें काफी बढ़ गई हैं. नतीजतन कई देशों में बड़ी संख्या में लोग गरीबी और भुखमरी का सामना कर रहे हैं. '' 

बंदरगाह से रवाना नहीं हो सके पोत
अनाज का निर्यात शुरू होने पर जेलेंस्की ने कहा, 'युद्ध की शुरुआत के बाद से पहली बार जहाज के जरिए अनाज का निर्यात फिर से शुरू हुआ है.' प्राप्त जानकारी के मुताबिक गेंहू और अन्य प्रकार के अनाजों का निर्यात कई जहाजों के जरिये शुरू होगा. इन जहाजों पर पहले ही अनाज का लदान किया जा चुका है, लेकिन फरवरी में रूस के आक्रमण के कारण ये जहाज यूक्रेन के बंदरगाहों से रवाना नहीं हो सके थे. यूक्रेन गेहूं, जौ, मक्का और सूरजमुखी के तेल का वैश्विक निर्यातक है. रूस के आक्रमण से निर्यात बाधित होने से दुनिया भर में खाद्य पदार्थों की कीमतें काफी बढ़ गयी हैं जिसके परिणामस्वरूप कई संवेदनशील देशों में बड़ी संख्या में लोग गरीबी और भुखमरी का सामना कर रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः चीन का बड़ा झटका, पाकिस्तान दासू आतंकी हमले के हताहतों को देगा 1.15 करोड़ डॉलर मुआवजा

तुर्की और संयुक्त राष्ट्र ने कराया अनाज समझौता
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सेना अनाजों से भरे जहाजों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, 'यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि यूक्रेन वैश्विक खाद्य सुरक्षा का गारंटर बना रहे.' ओडेसा के पोत पर जेलेंस्की का यह दौरा दुनिया को यह बताने की कोशिश है कि वह पिछले सप्ताह हुए समझौतों के बाद लाखों टन अनाज का निर्यात करने को तैयार हैं. रूस और यूक्रेन के बीच हुए इस समझौते की मध्यस्थता तुर्की और संयुक्त राष्ट्र ने की थी. दोनों पक्ष काला सागर पर सुरक्षित गलियारों के माध्यम से तीन यूक्रेनी बंदरगाहों से गेहूं और अन्य अनाज के निर्यात की सुविधा के साथ-साथ रूस से उर्वरक और भोजन सामग्री के निर्यात की सुविधा शुरू करने को लेकर सहमत हुए थे.