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Yemen की राजधानी सना में जकात लेने की भगदड़ में 78 की मौत

सना ओल्ड सिटी में यह हादसा तब हुआ, जब व्यापारियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सैकड़ों गरीब लोग जकात लेने के लिए एकत्रित हो गए.

Updated on: 20 Apr 2023, 08:06 AM

highlights

  • रमजान के दौरान जकात देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में हादसा
  • हौथी संचालित गृह मंत्रालय ने आयोजकों पर फोड़ा हादसे का ठीकरा
  • चश्मदीदों ने बताया हौथी विद्रोहियों की फायरिंग से मची अफरा-तफरी

सना:

रमजान (Ramzan) के पवित्र दिनों में जकात (Zakat) देने के लिए यमन (Yemen) की राजधानी सना में बुधवार देर रात आयोजित एक कार्यक्रम में भगदड़ (Stampede) मच गई. पहले जकात पाने के लिए मची अफरा-तफरी में कम से कम 78 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए. हौथी (Houthi) संचालित गृह मंत्रालय के अनुसार सना ओल्ड सिटी में यह हादसा तब हुआ, जब व्यापारियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सैकड़ों गरीब लोग जकात लेने के लिए एकत्रित हो गए. मंत्रालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर अब्देल-खलीक अल-अघरी ने स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना जकात देने की मंशा को हादसे के पीछे की बड़ी वजह बताया है. 

हौथी जवानों की फायरिंग से हुए विस्फोट के बाद मची भगदड़
दर्जनों हताहतों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया. हौथी के अल-मसीरा सैटेलाइट टीवी चैनल के मुताबिक सना में एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी मोताहेर अल-मरौनी ने मौत का आंकड़ा सार्वजनिक किया और बताया कि कम से कम 13 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हौथी विद्रोहियों ने स्कूल को तुरंत सील कर दिया, जहां जकात के वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. साथ ही पत्रकारों सहित लोगों को आने से रोक दिया गया. चश्मदीदों अब्देल-रहमान अहमद और याहिया मोहसिन के मुताबिक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हथियारबंद हौथियों ने हवा में गोलियां चलाईं. गोलियों के एक बिजली के तार से टकराकर उसमें विस्फोट हो गया. इससे दहशत फैल गई और लोगों में भगदड़ मच गई.

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सना में हौथी विद्रोहियों का शासन
हौथी द्वारा संचालित गृह मंत्रालय ने बयान में बताया कि उसने दो आयोजकों को हिरासत में लिया है और जांच चल रही है. यमन की राजधानी को ईरानी समर्थित हौथियों द्वारा नियंत्रित किया जाता है. हौथियों ने  2014 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार का तख्तापलट कर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया था. हौथी विद्रोहियों की अंतरराष्ट्रीय भी किया. यह अलग बात है कि साऊदी के हस्तक्षेप के बाद हाल के वर्षों में सऊदी अरब और ईरान के बीच छद्म युद्ध छिड़ा हुआ है. युद्ध में सेना के जवानों और नागरिकों के रूप में 150,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. इस कारण यमन में सबसे खराब मानवीय आपदाओं में से एक से जूझ रहा है.