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पहली बार चीन के समुद्री तहखाने का खुलासा, सैटेलाइट तस्वीरों में दिखी पनडुब्बियां

साउथ चाइना सी में चीन अपना दबदबा बढ़ाने में लगा हुआ है. चीन ने इस समुद्री इलाके में कई जगहों पर कृत्रिम टापू बना लिए है.

Updated on: 22 Aug 2020, 11:32 AM

बीजिंग:

साउथ चाइना सी में चीन (China) अपना दबदबा बढ़ाने में लगा हुआ है. चीन ने इस समुद्री इलाके में कई जगहों पर कृत्रिम टापू बना लिए है. वहीं इस सप्ताह प्रसारित होने वाली तस्वीरों से कई चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि, दक्षिण चीन सागर ( South China Sea) में हैनान द्वीप पर एक भूमिगत बेस का उपयोग करते हुए एक चीनी पनडुब्बी दिखाई देते हैं.


पहली बार रेडियो फ्री एशिया के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पोस्ट की गई अमेरिकी इमेजिंग कंपनी प्लैनेट लैब्स की सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि यूलिन नेवल बेस पर भूमिगत बर्थ में सुरंग में घुसकर टाइप 093 न्यूक्लियर पावर्ड अटैक पनडुब्बी प्रतीत होती है.

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नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर में ली कुआन यू स्कूल ऑफ़ पब्लिक पॉलिसी में अब संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग के पूर्व अधिकारी ड्रू थॉम्पसन का कहना है कि पनडुब्बी का शॉट एक दुर्लभ घटना है. उन्होंने कहा, "यह असामान्य है, जब पनडुब्बी को तहखाने में छिपाने से पहले कोई कमर्शियल सैटेलाइट ठीक उसके ऊपर मौजूद हो, ऐसी फोटो तभी आ सकती है."

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यूलिन नेवल बेस रणनीतिक रूप से अहम 

रणनीतिक रूप से अहम हैनान द्वीप फिलीपींस सागर और प्रशांत महासागर में चीन का प्रवेश द्वार है. चीन यहां से न केवल साउथ चाइना सी में पारसेल आइलैंड के ऊपर नजर रख सकता है, बल्कि ताइवान, फिलीपींस, वियतनाम जैसे देशों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकता है. 

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दरअसल, ऐसा पहली बार नहीं है जब दुनिया को इस बात का पता चला है कि चीन अपने हथियारों को तहखाने में छिपाकर रखता है. इससे पहले भी ऐसी खबरें आती रही है जिसमें दावा किया गया कि चीन तहखाने में अपने हथियारों को तहखाने में छिपाकर रखता है. हालांकि, इसकी तस्वीर पहली बार सामने आई है. वहीं, माना जाता है कि चीनियों के पास भूमिगत सुविधाओं के निर्माण का जबरदस्त अनुभव है.