logo-image

सलमान रुश्दी के स्वास्थ्य में आया सुधार, वेंटिलेटर से हटाया 

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में शुक्रवार को एक कार्यक्रम के वक्त हुए जानलेवा हमले में घायल मशहूर लेखक सलमान रुश्दी की तबीयत में सुधार देखा जा रहा है.

Updated on: 14 Aug 2022, 09:31 AM

highlights

  • जानलेवा हमले में घायल रुश्दी की हालत में सुधार
  • कुछ घंटो बाद वह बात करने में सक्षम होंगे
  • पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा में हुआ था हमला 

 

नई दिल्ली:

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में शुक्रवार को एक कार्यक्रम के वक्त हुए जानलेवा हमले में घायल मशहूर लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) की तबीयत में सुधार देखा जा रहा है. उन्हें अब तक जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर रखा गया था. मगर अब इससे हटा लिया गया है. अब वह बात करने में सक्षम होंगे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रुश्दी के एजेंट, एंड्रयू वायली ने पुष्टि की उन्हें वेंटिलेटर से हटाया गया है. कुछ घंटो बाद वह बात करने में सक्षम होंगे. मुंबई में जन्मे और बुकर पुरस्कार से सम्मानित रुश्दी (75) पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा में एक सामरोह के वक्त अपना व्याख्यान आरंभ करने वाले थे कि तभी एक हमलावर ने स्टेज पर आकर उन पर हमला कर दिया. एक 24 वर्षीय शख्स मतार मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसे मारने शुरू कर दिए. इसके बाद चाकुओं से हमला कर दिया. 

 

हमलावर न्यूजर्सी का निवासी है. उसे न्यूयॉर्क पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मतार पर हत्या के प्रयास के तहत गिरफ्तार कर लिया है.मतार को चौटाउक्का काउंटी की जेल में रखा गया है.

ये भी पढ़े: 33 साल बाद भी रुश्दी के खिलाफ ईरान का फतवा है कायम, ईनाम राशि हो गई है 30 लाख डॉलर

9 साल तक छिपकर रहना पड़ा

दुनियाभर में इस हमले की निंदा हो रही है. गौरतलब है कि रुश्दी को  ‘द सैटेनिक वर्सेज’ लिखने के बाद सालों तक इस्लामी चरमपंथियों से मौत की धमकियां मिल रहीं थीं. 1988 में किताब के बाजार में आने के बाद विवाद बढ़ गया. उन्हें 9 साल तक छिपकर रहना पड़ा. इस किताब को लेकर ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्ला खामनेई ने रुश्दी के खिलाफ फतवा जारी किया था. उन्होंने रुश्दी की हत्या पर इनाम रखा था.