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रेलवे स्टेशन पर रूस ने किया रॉकेट हमला, 35 की मौत और 100 से अधिक जख्मी

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रॉकेट हमले के बाद रूस को एक ऐसा ‘दुष्ट बताया, जिसकी कोई सीमा नहीं है.

Updated on: 08 Apr 2022, 04:21 PM

नई दिल्ली:

पूर्वी यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन पर रॉकेट हमले में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गयी और 100 से अधिक घायल हो गए हैं. इस स्टेशन का इस्तेमाल पूर्वी यूक्रेन से नागरिकों को निकालने के लिए किया जा रहा था. यूक्रेन के रेलवे प्रमुख ओलेक्जेंडर कैमिशिन ने बताया कि दोनेत्स्क क्षेत्र के शहर क्रामातोर्स्क में शुक्रवार को यह हमला हुआ. क्षेत्रीय गवर्नर पावलो किरिलेंको ने बताया कि हमले के वक्त रेलवे स्टेशन पर हजारों लोग मौजूद थे और वे पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेना के हमले के बीच सुरक्षित क्षेत्रों में जाने की तैयारी कर रहे थे. पूर्वी यूक्रेन युद्ध में तबाह हो रहा है. वहां के कई शहर पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं. पूर्वी यूक्रेन से नागरिकों को सुरक्षित निकालने की कोशिश हो रही है. लेकिन भारी भीड़ वाले इलाकों पर भी रॉकेट से हमला हो रहा है. 

यूक्रेन के रेलवे ने एक बयान में कहा, “दो रॉकेट से क्रामातोर्स्क शहर के रेलवे स्टेशन पर हमला हुआ. उन्होंने आगे कहा, “ऑपरेशनल डाटा के अनुसार, क्रामातोर्स्क रेलवे स्टेशन पर रॉकेट हमले में 30 से अधिक लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए.” हालांकि जैसे-जैसे बचाव कार्य शुरू हुआ, घायलों की संख्या बढ़ती गई. रूस ने हमले की खबरों और हताहतों की संख्या पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है. 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने के बाद से मास्को ने नागरिकों को निशाना बनाने से इनकार किया है.

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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रॉकेट हमले के बाद रूस को एक ऐसा ‘दुष्ट बताया, जिसकी कोई सीमा नहीं है’. रेलवे स्टेशन पर हमले के बाद सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में जेलेंस्की ने कहा, “वे नागरिक आबादी को नष्ट कर रहे हैं. यह एक ऐसी बुराई है जिसकी कोई सीमा नहीं है. और अगर इसे दंडित नहीं किया जाता है, तो यह कभी नहीं रुकेगा”. दरअसल दोनेत्स्क क्षेत्र में स्थित जिस क्रामातोर्स्क शहर के ट्रेन स्टेशन पर रूस ने रॉकेट दागे हैं, हाल के दिनों में इसका इस्तेमाल कई नागरिकों द्वारा रूसी आक्रमण के मद्देनजर यहां से भागने के लिए किया गया है.

इस बीच, जब अधिकारियों ने पूर्वी यूक्रेन के नागरिकों को बताया कि उनके पास डोनबास क्षेत्र में एक बड़े रूसी आक्रमण से बचने के लिए “आखिरी मौका” है, तो इलाके को छोड़ने के लिए वहां के नागरिकों में होड़ लगी है और उन्हें वहां से निकलने में भारी संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है. रूस ने अपने सैनिकों को पूर्व और दक्षिण की ओर फिर से तैनात किया है, जिसका उद्देश्य कब्जे वाले क्रीमिया और डोनबास में डोनेट्स्क और लुगांस्क के मास्को समर्थित अलगाववादी राज्यों के बीच एक जमीनी संपर्क बनाना है.

एक दिन पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अपने रात्रि संबोधन में कहा कि बूचा में जो भयावह मंजर सामने आए हैं, वे केवल शुरुआत हो सकते हैं. जेलेंस्की ने कहा कि बूचा से केवल 30 किलोमीटर दूर बोरोदियांका शहर में हताहतों की संख्या ज्यादा हो सकती है. उन्होंने कहा कि वहां के हालात और भयावह हो सकते हैं.