पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को बंद नहीं की हथियारों की सप्लाई तो और भड़केगी लड़ाई : पुतिन
रूस यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) 95वें दिन बाद भी जारी है. पश्चिमी देश जहां यूक्रेन को बड़ी मात्रा में हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं. वहीं, रूस यूक्रेन में बाहरी दखलअंदाजी को बर्दाश्त करने के मूड नजर नहीं आ रहा है.
highlights
पुतिन ने राष्ट्रपति मैक्रों और शोल्ज से फोन पर की बात
दोनों नेताओं को चेताया, नहीं माने तो गंभीर होंगे परिणाम
खाद्य संकट के लिए भी पश्चिमी देशों को ठहराया जिम्मेदार
नई दिल्ली:
रूस यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) 95वें दिन बाद भी जारी है. पश्चिमी देश जहां यूक्रेन को बड़ी मात्रा में हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं. वहीं, रूस यूक्रेन में बाहरी दखलअंदाजी को बर्दाश्त करने के मूड नजर नहीं आ रहा है. इसी कड़ी में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांसीसी और जर्मन नेताओं से बात की. पुतिन ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कूल्ज के साथ टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान यूक्रेन को पश्चिमी हथियारों से लैस करने के खतरे की ओर इशारा किया. उन्होंने यूरोपीय सहयोगियों को चेतावनी दी कि उनके इस कदम से स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा.
पुतिन ने अनाज संकट के लिए भी पश्चिमी देशों को ठहराया जिम्मेदार
इस दौरान पुतिन ने अनाज के निर्बाध निर्यात के लिए विकल्पों की खोज को सुविधाजनक बनाने के लिए मास्को की तत्परता की भी घोषणा की. रूसी नेता ने खाद्य आपूर्ति के लिए उत्पन्न कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि यह पश्चिमी देशों की गलत आर्थिक नीति का परिणाम है. क्रेमलिन ने कहा कि अपने हिस्से के लिए रूस अनाज के निर्बाध निर्यात के विकल्प खोजने में मदद करने के लिए तैयार है, जिसमें काला सागर बंदरगाहों से यूक्रेनी अनाज का निर्यात भी शामिल है.
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खाद्य संकट से उबरने में मदद के लिए तैयार, हटाएं प्रतिबंध
इससे पहले पुतिन ने इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी से बातचीत में कहा था कि रूस अनाज और खाद के निर्यात के जरिए खाद्य संकट से उबरने में मदद के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए राजनीति से प्रेरित प्रतिबंधों को हटाया जाए.
रूस ने डोनेट्स्क क्षेत्र में अधिकांश लाइमैन पर किया कब्जा
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने अपने दैनिक खुफिया अपडेट में दावा किया है कि रूसी सेना ने डोनेट्स्क क्षेत्र के ज्यादातर लाइमैन शहर पर कब्जा कर लिया है, जो मॉस्को के डोनबास हमले के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है. गौरतलब है कि लाइमैन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सिवरस्की डोनेट नदी पर महत्वपूर्ण रेल और सड़क पुलों तक पहुंच प्रदान करता है. इसके इसके साथ ही यूक्रेन ने कहा कि रूस ने लाइमैन के अधिकांश हिस्से पर रूस ने कब्जा कर लिया है, लेकिन उसकी सेना स्लोवियास्क की ओर बढ़ने से रोक रही है, जो कि दक्षिण-पश्चिम में आधे घंटे की ड्राइव पर है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने भी दावा किया है कि डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक और रूसी सशस्त्र बलों के मिलिशिया की इकाइयों की संयुक्त कार्रवाई के बाद, लाइमैन शहर को पूरी तरह से यूक्रेनी राष्ट्रवादियों से मुक्त करा लिया गया है. माना जा रहा है कि डोनबास पर नियंत्रण को रूसी राष्ट्रपति पुतिन युद्ध में जीत के रूप में पेश कर सकते हैं.
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