New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2020/07/02/vladimir-putin-17.jpg)
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin)( Photo Credit : फाइल फोटो)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin)( Photo Credit : फाइल फोटो)
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को 2036 तक पद पर बने रहने का प्रावधान करने वाले संविधान संशोधन को देश के लगभग 78 प्रतिशत मतदाताओं ने स्वीकृति प्रदान की है. रूस के चुनाव अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को मतगणना पूरी होने के बाद यह जानकारी दी. क्रेमलिन के आलोचकों का कहना है कि अपेक्षित नतीजे पाने के लिए मतदान में धांधली की गई.
यह भी पढे़ंः पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से की बात, इन सफलताओं के लिए दी बधाई
रूस के केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने कहा कि सप्ताह भर चली मतदान की प्रकिया का अंत बुधवार को हुआ और बृहस्पतिवार की सुबह तक मतगणना पूरी कर ली गई थी. आयोग ने कहा कि 77.9 प्रतिशत मत संविधान संशोधन के पक्ष में पड़े और 21.3 प्रतिशत मत संशोधन के विरोध में डाले गए. चुनाव के आंकड़ों से दस साल में पुतिन को मिले सबसे ज्यादा जन समर्थन का पता चलता है.
यह भी पढे़ंःरक्षा मंत्रालय ने रूस से 33 नए लड़ाकू विमान खरीदने की मंजूरी दी, भारत आएंगे ये फाइटर जेट
सन् 2018 के चुनाव में 76.7 प्रतिशत मतदाताओं ने पुतिन की उम्मीदवारी का समर्थन किया था, जबकि 2012 के चुनाव में केवल 63.6 प्रतिशत मतदाता पुतिन को राष्ट्रपति के रूप में देखना चाहते थे. क्रेमलिन के आलोचकों का कहना है कि देश में जीवन स्तर घट रहा है जिससे देश में बड़े स्तर पर निराशा का माहौल व्याप्त है और ऐसे में पुतिन के पक्ष में आए मतदान के आंकड़े वास्तविक नहीं हैं.