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रूस का पलटवार: राष्ट्रपति बाइडन समेत 963 अमेरिकी नागरिकों पर लगाया बैन

यूक्रेन पर रूस के विशेष सैन्य अभियान के तुरंत बाद ही अमेरिका समेत तमाम देशों ने रूस पर एकतरफा बैन लगाने की घोषणाएं की थी. कई यूरोपीय देशों के अलावा कनाडा, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने भी रूस और रूसी नागरिकों पर बैन लगाए थे, जिसके बाद अब रूस ने...

Updated on: 22 May 2022, 09:48 AM

highlights

  • रूस ने जो बाइडन पर लगाया यात्रा प्रतिबंध
  • बाइडन समेत 963 अमेरिकियों पर लगाए बनाए
  • विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का भी नहीं

नई दिल्ली:

यूक्रेन पर रूस के विशेष सैन्य अभियान के तुरंत बाद ही अमेरिका समेत तमाम देशों ने रूस पर एकतरफा बैन लगाने की घोषणाएं की थी. कई यूरोपीय देशों के अलावा कनाडा, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने भी रूस और रूसी नागरिकों पर बैन लगाए थे, जिसके बाद अब रूस ने अब तक का सबसे बड़ा पलटवार करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन समेत 963 अमेरिकी नागरिकों पर बैन लगा दिया है. इन्हें अब रूस में एंट्री नहीं मिल सकेगी. इस लिस्ट में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और सीआईए चीफ विलियन बर्न्स जैसे नाम भी हैं.

कई बिजनेसमैन, पत्रकारों, नेताओं पर लगाए बैन

रूस की इस लिस्ट में अमेरिकी सीनेटर और प्रतिनिधि सभा के सदस्य, पूर्व और वर्तमान सरकारी अधिकारी, पत्रकार, सैन्यकर्मी, वकील, वहां के नागरिक और कई कंपनियों के सीईओ भी शामिल हैं. रूस ने इस लिस्ट में कुछ ऐसे लोगों के नाम को भी शामिल किया है जिनकी पहले ही मौत हो चुकी है. इस लिस्ट में अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष मार्क मिले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन, केंद्रीय खुफिया एजेंसी के निदेशक विलियम बर्न्स और व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी शामिल हैं. ऐसे में इनसे जुड़े लोगों को भी बैन में डाल दिया है, खासकर विरासत को सहेजने वालों को.

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मारियुपोल पर रूस का पूरी तरह से हुआ कब्जा

यूक्रेन में जारी जंग के बीच अब रूस ने बड़ा ऐलान किया है. रूस ने कहा है कि मारियुपोल के हर हिस्से पर अब उसकी हुकूमत है. उसने सबसे बड़ी उस स्टील मिल को भी जीत लिया है, जिसका रूसी सैनिकों ने लंबे समय से घेरा डाल रखा था. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने मंत्रालय के हवाले से कहा कि सोमवार से लेकर अब तक संयंत्र में छिपे कुल 2,439 यूक्रेनी लड़ाकों ने सरेंडर कर दिया है.

अमेरिका समेत कई देशों ने रूस पर लगाए प्रतिबंध

गौरतलब है कि 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ जंग के ऐलान के बाद से अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था. इसके बाद से रूस की इन देशों के साथ तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है. यही नहीं, ये देश खुलकर यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं और रूस से मुकाबले के लिए यूक्रेन को न सिर्फ नकदी, बल्कि भारी मात्रा में हथियार भी दे रहे हैं. बाहरी मदद और यूक्रेनी नागरिकों की जिजीविषा के चलते ही यूक्रेन अब तक युद्ध में डटा हुआ है. हालांकि रूस ने उसे बहुत नुकसान पहुंचाया है. और उसके बड़े हिस्से को अपनी सैनिक ताकत के दम पर हथिया भी लिया है.