Advertisment

अमेरिकी प्रेसिडेंट चुनाव में गड़बड़ की कोशिश में चीन, रूस और ईरान

अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने चेतावनी दी है कि चीन (China), रूस (Russia) और ईरान (Iran) आगामी तीन नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (American Presidential Elections) को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं.

author-image
Nihar Saxena
New Update
American Presidential Elections

प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

एक शीर्ष अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने चेतावनी दी है कि चीन (China), रूस (Russia) और ईरान (Iran) आगामी तीन नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (American Presidential Elections) को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. बीबीसी के मुताबिक देश के 'नेशनल काउंटर इंटेलिजेंस एंड सिक्युरिटी सेंटर' (NCSC) के निदेशक विलियम एवानीना ने कहा है कि विदेशी ताकतें वोटिंग को प्रभावित करने के लिए मतदाताओं (Voters) की प्राथमिकताओं को बदलने, अमेरिकी नीतियों को बदलने, 'देश में कलह' को बढ़ाने और हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अमेरिकी लोगों के विश्वास को कम करने की कोशिश कर रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी ने किसानों को दिया बड़ा तोहफा, 2000 रुपये की छठी किस्त जारी

नहीं चाहते ट्रंप को दोबारा देखना
हालांकि, काउंटर-इंटेलिजेंस प्रमुख ने कहा, 'हमारे विरोधियों के लिए मतदान के परिणामों को हस्तक्षेप या हेरफेर करके बहुत ज्यादा प्रभावित करना मुश्किल होगा.' उन्होंने कहा कि कई देश चाहते हैं कि चुनाव के नतीजे उनकी प्राथमिकता के मुताबिक हो. उन्होंने आगे कहा, 'हालांकि वे चीन, रूस और ईरान के नजरिए को लेकर ज्यादा चिंतित हैं.' एवानीना के अनुसार, चीन ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति चुनाव जीतते नहीं देखना चाहता है, क्योंकि वह उन्हें अप्रत्याशित और अपने मन की करने वाला मानता है और इसके लिए वह मतदान के पहले इसे प्रभावित करने की जुगत में है.

यह भी पढ़ेंः दिल्ली आ रहे बाहर के मरीज मिल रहे कोरोना पॉजिटिव- सत्येंद्र जैन

रूस बिडेन के भी खिलाफ
रूस के बारे में उन्होंने कहा कि रूस डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बिडेन और उन नेताओं को चुनाव जीतते नहीं देखना चाहता है, जो रूस विरोधी नजरिया रखते हैं. हालांकि, एवानीना ने आगे कहा कि रूस से ताल्लुक रखने वाले कुछ अभिनेता ट्रंप को जीतते देखने के लिए सोशल मीडिया और रूसी टेलीविजन पर उनके पक्ष में माहौल बना रहे हैं. वहीं, ईरान अमेरिकी लोकतांत्रिक संस्थाओं और ट्रंप को कमजोर होते और देश को टूटते देखना चाहता है.

russia joe-biden American President Election Donald Trump china Tampering Elections
Advertisment
Advertisment
Advertisment