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अमेरिका में नस्लभेद : एशियाई मूल की एंकर पर दर्शक ने की टिप्पणी

उसने यह भी कहा कि अगर कोई श्वेत एंकर बताती कि नए साल की छुट्टियों पर श्वेत लोग क्या खाते हैं, तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाता.

Updated on: 06 Jan 2022, 06:57 PM

highlights

  • अमेरिका के सेंट लुईस शहर में नस्लीय भेदृभाव का मामला सामने आया
  • मिशेल ली नामक एंकर ने नए साल पर लोगों के पसंदीदा पकवानों का एक वीडियो बनाया था
  • केएसडीके चैनल ने एक वक्तव्य जारी कर मिशेल ली का समर्थन किया है

 

नई दिल्ली:

अमेरिका में नस्लभेद  का मामला कम नहीं हो रहा है. रह-रहकर नस्लभेद की कोई न कोई घटना सामने आ ही जाती है. अमेरिका जैसे अति विकसित देश में जहां जन्म और जाति के आधार पर भेद-भाव के मामले कम आते हैं वहीं पर नस्ल आधारित भेद-भाव के मामले बहुतायत में देखने के मिलते हैं. अमेरिका नस्लीय भेद-भाव इतना गहरा है कि गोरे काले लोगों की हत्या कर कर देते हैं. इसके साथ एशिया और अफ्रीका मूल के लोगों को भी बुरे बर्ताव का सामना करना पड़ता है.

अमेरिका के सेंट लुईस शहर में नस्लीय भेदृभाव  का एक मामला सामने आया है. जहां एशियाई मूल की एक टेलीविजन चैनल की एंकर को दर्शक ने “कुछ ज्यादा ही एशियाई“ कहकर संबोधित किया. लेकिन केएसडीके चैनल ने एक वक्तव्य जारी कर मिशेल ली का समर्थन किया है.

दरअसल, केएसडीके-टीवी चैनल की मिशेल ली नामक एंकर ने नए साल की छुट्टियों पर लोगों के पसंदीदा पकवानों को लेकर 30 सेकेंड का एक वीडियो बनाया था. वीडियो के अंत में मिशेल ने कहा था कि ढेर सारे कोरिया वासियों की तरह उन्होंने भी एक खास सूप का मजा लिया.

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इस पर एक दर्शक ने टिप्पणी की कि मिशेल खुद को “कुछ ज्यादा ही एशियाई“ प्रदर्शित कर रही हैं और उन्हें कोरियाई होने का दिखावा करने की जरुरत नहीं है. उसने यह भी कहा कि अगर कोई श्वेत एंकर बताती कि नए साल की छुट्टियों पर श्वेत लोग क्या खाते हैं, तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाता.

इस मामले को लेकर कई लोग मिशेल के समर्थन में आ गए हैं. मिशेल का पालन पोषण श्वेत मूल के उसके माता-पिता ने किया है. मिशेल ने केएसडीके पर एक पोस्ट में कहा कि वह 1998 में अपने कोरियाई परिवार के साथ फिर से जुड़ गईं थीं और तब से कोरियाई संस्कृति को अपने जीवन में शामिल किया है.