logo-image

Russia Ukraine War: पुतिन अब तक रूस का चौथाई बजट खर्च कर चुके युद्ध पर

फोर्ब्स ने यह भी कहा कि तेल और गैस के निर्यात से भी रूस का संघीय बजट राजस्व कम हो रहा है, क्योंकि मॉस्को ने प्रतिबंधों की वजह से अधिकांश यूरोपीय गैस बाजार खो दिया है.

Updated on: 26 Nov 2022, 03:59 PM

highlights

  • फोर्ब्स पत्रिका ने यूक्रेन पर हमले के रूसी खर्च का लगाया अनुमान
  • हर रोज हजार डॉलर कीमत वाले 10 से 50 हजार गोले दाग रहा रूस
  • पिछले महीने मृत या घायल रूसी सैनिकों को 3.5 अरब डॉलर का मुआवजा

न्यूयॉर्क:

फोर्ब्स पत्रिका के एक अनुमान के मुताबिक रूस विगत नौ माह से यूक्रेन (Russia Ukraine War) संग युद्ध पर अपने वार्षिक बजट का एक-चौथाई हिस्सा खर्च कर चुके हैं. फरवरी में रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला था और अब तक रूस के 82 अरब डॉलर उसके कथित स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन पर खर्च हो चुके हैं. पिछले साल रूस का बजट 340 बिलियन पौंड था, जिसका अर्थ है कि मास्को ने युद्ध पर अपने वार्षिक बजट का एक चौथाई खर्च किया है. यह अनुमान रूस के सैन्य अभियान की सिर्फ प्रत्यक्ष लागत का है और इसमें रक्षा खर्च या पश्चिमी देशों के कड़े प्रतिबंधों के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान शामिल नहीं हैं.

तेल-गैस के निर्यात का राजस्व भी कम हो रहा है
फोर्ब्स ने यह भी कहा कि तेल और गैस के निर्यात से भी रूस का संघीय बजट राजस्व कम हो रहा है, क्योंकि मॉस्को ने प्रतिबंधों की वजह से अधिकांश यूरोपीय गैस बाजार खो दिया है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इस पतझड़ के मौसम में युद्ध का खर्च दोगुना हो गया है. इस कारण संघर्ष के लिए हर महीने कम से कम 10 अरब डॉलर की जरूरत पड़ रही है. यूक्रेन पर आक्रमण के दौरान किए गए खर्चों में सैनिकों के वेतन, मृतकों और घायलों के लिए मुआवजा, हथियार और गोला-बारूद खरीदना या बनाना और क्षतिग्रस्सत सैन्य उपकरणों को बदलना शामिल है.

यह भी पढ़ेंः Brazil: 16 साल के स्टूडेंट की अंधाधुंध गोलीबारी में 3 की मौत, कई घायल

तोपखाने पर ही 5.5 अरब डॉलर खर्च
फोर्ब्स के अनुमान के मुताबिक पिछले महीने मृतकों और घायलों को 3.5 अरब डॉलर से अधिक मुआवजा राशि दी गई है. एक और अनुमान के मुताबिक रूस प्रति दिन 10,000 से 50,000 गोलों का उपयोग कर रहा है. फोर्ब्स के मुताबिक एक सोवियत-कैलिबर शेल की औसत कीमत लगभग 1,000 डॉलर है. ऐसे में सिर्फ तोपखाने पर ही रूस का 5.5 अरब डॉलर खर्च हो चुका है. इस बीच दक्षिणी यूक्रेनी शहर खेरसॉन पर रूसी गोलाबारी में 15 नागरिकों की मौत हो गई क्योंकि देश भर के इंजीनियरों ने बड़े शहरों में गर्मी, पानी और बिजली आपूर्ति बहाल करने की कोशिश में है. हाल के सप्ताहों में रूसी हवाई हमलों ने जबर्दस्त सर्दियों के मौसम में यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को ध्वस्त कर दिया है.