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आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेगा भारत-इज़राइल, नेतन्याहू ने मोदी से कहा- आपका स्वागत है मेरे दोस्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इज़राइल के ऐतिहासिक दौरे पर हैं, जहां उनका तेल अवीव में एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। दोनों देशों ने मिलकर आतंकवाद से लड़ने की ठानी है।

Updated on: 05 Jul 2017, 12:30 AM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इज़राइल में भव्य स्वागत, नेतन्याहू ने खुद एयरपोर्ट पर की आगवानी
  • नेतन्याहू ने कहा, आतंकवाद हमारे के लिए बड़ी चुनौती, आतंकवाद को हराने के लिए हम मिलकर काम करेंगे
  • मोदी ने कहा कि जो लोग मानवता में यकीन रखते हैं वे आतंकवाद और कट्टरवाद का विरोध करते हैं

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इज़राइल के ऐतिहासिक दौरे पर हैं, जहां उनका तेल अवीव में एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। दोनों देशों ने मिलकर आतंकवाद से लड़ने की ठानी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू ने साझा प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया और गले मिले। नेतन्याहू ने कहा, 'आतंकवाद हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इसे खत्म करने के लिए हम मिलकर काम करेंगे।'

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग मानवता में यकीन रखते हैं वे आतंकवाद और कट्टरवाद का विरोध करते हैं।

उन्होने कहा, 'सभ्य समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है। भारत को यहूदी बेटे-बेटियों पर गर्व है। दोनों देशों के सामने एक जैसी चुनौती है और दोनों देशों का जोर आर्थिक विकास पर है।'

गर्मजोशी से मिले मोदी-नेतन्याहू

खुद हवाईअड्डे पर मोदी की आगवानी के लिए पहुंचे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिंदी में मोदी का अभिवादन किया। नेतन्याहू ने मोदी के अभिवादन में कहा, 'आपका स्वागत है मेरे दोस्त। हम आपका लंबे समय से इंतजार कर रहे थे।'

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तेल अवीव के बेन गुरियॉन हवाईअड्डे पर मोदी को रेड कार्पेट वेलकम दिया गया। मोदी का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए नेतन्याहू ने हिंदी में कहा, 'मेरे दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपका इजरायल में स्वागत है। आपका स्वागत है मेरे दोस्त।' नेतन्याहू ने हिब्रू भाषा में भी मोदी का अभिवादन किया।

मोदी ने कहा थैंक्यू

नेतन्याहू के साथ अपनी घनिष्ठता उजागर करते हुए मोदी ने नेतन्याहू को उनके घरेलू नाम 'बीबी' से संबोधित किया। मोदी ने कहा, 'भारत के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर इज़राइल की इस अभूतपूर्व यात्रा का गौरव पाकर मैं खुद को विलक्षण रूप से सम्मानित महसूस कर रहा हूं।'

मोदी ने कहा, 'आज ही के दिन चार जुलाई को ठीक 41 साल पहले सैन्य अभियान एंटेब्बे चलाया गया था। उस दिन आपके प्रधानमंत्री और मेरे मित्र बीबी ने अपने छोटे भाई योनी (योनाटान नेतन्याहू का घरेलू नाम) को इजरायली बंधकों को बचाने के दौरान खो दिया था। आपके नायक युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम लंबे समय से आपका इंतजार कर रहे थे। वास्तव में हमने इस दौरे का 70 वर्षो तक इंतजार किया, क्योंकि वास्तव में आपकी यह यात्रा एक ऐतिहासिक यात्रा है। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली इज़राइल यात्रा है। हम खुली बाहों के साथ आपका स्वागत करते हैं। हम भारत को पसंद करते हैं, हम आपकी संस्कृति, आपके इतिहास, आपके लोकतंत्र और विकास को लेकर अपकी प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं।'

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह इज़राइल का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री के तौर पर खुद को सम्मानित महसूस कर रहे हैं, यद्यपि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध 25 साल पुराने हैं।

'संबंध अनंत सीमा वाला है'

तेल अवीव पहुंचने के बाद तुरंत अपने संबोधन में नेतन्याहू ने दोनों देशों के बीच मित्रता को 'स्वाभाविक' करार दिया। नेतन्याहू ने कहा कि तीन साल पहले मोदी के साथ पहली मुलाकात के दौरान मोदी ने उनसे कहा था कि भारत और इज़राइल के बीच संबंधों की कोई सीमा अनंत है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का एक महान नेता करार देते हुए इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध गणितीय फॉर्मूले के हिसाब से उत्तम है।

नेतन्याहू ने कहा, 'अपने कहा था कि जहां तक बात भारत-इज़राइल के बीच संबंध की है, यह अनंत सीमा वाला है। लेकिन वास्तविकता यह है मेरे दोस्त कि यह सीमा से परे है, क्योंकि आज हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम सफलता की बुलंदियों को छू रहे हैं।'

नेतन्याहू ने इस अवसर पर दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी, जल, कृषि, ऊर्जा सहित कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक नवाचार कोष की स्थापना की घोषणा की।

नेतन्याहू ने कहा, 'इस दौरे पर आपका 'मेक इन इंडिया' अभियान मेरे 'मेक विद इंडिया' नीति से जुड़ गया है। दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को बेहतर करने के उद्देश्य से हम चार करोड़ डॉलर की राशि के साथ एक नवाचार कोष की स्थापना कर रहे हैं।'

होलोकॉस्ट में श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री मोदी ने होलोकॉस्ट में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। यह नरसंहार मानवीय इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक है जिसमें नाजी जर्मनी ने करीब 60 लाख यहूदियों को मार दिया था। इस संग्रहालय में आगे जाकर हॉल आफ नेम्स है जहां नरसंहार के 30 लाख पीड़ितों के नामों को पेश किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समकक्ष नेतन्याहू के साथ मिशहमार हाशिवा में दांजिगेर फूल फार्म का दौरा किया। जहां पीएम मोदी के सम्मान में इज़राइल ने गुलदाउदी फूल का नाम बदलकर 'मोदी' रखा।

पीएम मोदी 6 जुलाई तक इज़राइल में रहेंगे। इसके बाद वह जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग जाएंगे।

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(इनपुट IANS से भी)