logo-image

फिर झूठ बोला पाकिस्तान...LOC पर नहीं तैनात किए पाक सेना के जवान

अपनी कुटिल चाल बेनकाब होने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) न सिर्फ सैनिकों की तैनाती से इंकार कर रहा है, बल्कि अपनी सफाई में भारत को ही झूठा बता रहा है.

Updated on: 03 Jul 2020, 09:04 AM

highlights

  • पाकिस्तान ने एलओसी में सैनिकों की तैनाती से किया इंकार.
  • चीन से तनाव के बीच अपना उल्लू सीधा करने की चाल बेअसर.
  • भारत के लिए दो मोर्चों पर चुनौती पेश करने की रच रहा साजिश.

नई दिल्ली:

पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में भारत-चीन (India-China) सैनिकों के बीच हुई झड़प को पाकिस्तान अपने लिए कश्मीर में हस्तक्षेप करने का सुनहरा अवसर मान रहा है. संभवतः यही वजह थी कि उसने भारत-चीन तनाव के बीच पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान में एलओसी (LOC) पर दो बटालियन यानी लगभग 20 हजार सैनिकों की तैनाती कर दी थी. इसके अलावा यह भी खबर थी कि स्कार्दू एयरबेस भी उसने चीन के हवाले कर दिया है. हालांकि अपनी कुटिल चाल बेनकाब होने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) न सिर्फ सैनिकों की तैनाती से इंकार कर रहा है, बल्कि अपनी सफाई में भारत को ही झूठा बता रहा है.

यह भी पढ़ेंः दिल्ली में प्रचंड गर्मी जारी, आज रात से बूंदाबांदी लाएगी मौसम में बदलाव

20 हजार सैनिकों की तैनाती की खबर
गौरतलब है कि खुफिया सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि चीन की शह पर पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान में एलओसी के नजदीक 20 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं. खुफिया सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि स्कार्दू एयरबेस पर चीनी लड़ाकू विमान भी देखे गए. इसके साथ ही चीनी सैनिक भी पीओके में देखे गए. यह बात भारतीय मीडिया में भी खूब उछली. इसका नतीजा यह हुआ कि पाकिस्तान की कुटिल चालें वैश्विक समुदाय के समक्ष भी जगजाहिर हो गईं.

यह भी पढ़ेंः कानपुरः दबिश देने गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमला, डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद

सेना की तैनाती से किया इंकार
अपने को बेनकाब होता देख पाकिस्तानी सेना ने आधिकारिक बयान जारी कर भारतीय मीडिया में चल रही खबरों का खंडन किया है. पाकिस्तानी सेना ने कहा है, 'भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया पर इस तरह के दावे हैं कि पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान में एलओसी के पास अतिरिक्त जवान भेजे हैं. ऐसा भी दावा है कि स्कार्दू एयरबेस को चीनी सैनिक इस्तेमाल कर रहे हैं. यह सब बातें फर्जी और सच से परे हैं.' बयान में आगे कहा गया है कि इस तरह की कोई अतिरिक्त सेना वहां नहीं भेजी गई है.