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पाकिस्‍तान को चाहिए अजित डोवाल जैसा राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, हो रही तलाश

पाकिस्तान सरकार किसी सेवानिवृत्‍त अधिकारी को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त कर सकती है.

Updated on: 20 May 2019, 03:18 PM

नई दिल्‍ली:

कूटनीति के हर क्षेत्र में भारत (India) के सामने मुंह की खाने के बाद अब पाकिस्‍तान (Pakistan) अपने यहां अजित डोवाल जैसा राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) की तलाश में है. पाकिस्‍तान (Pakistan) के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इमरान खान (Imran Khan) की सरकार भारत के साथ पर्दे के पीछे की कूटनीतिक बहाली के लिए अजित डोवाल (Ajit Doval) जैसा ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) की नियुक्ति पर सक्रियता से गौर फरमा रही है.

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बता दें कि साल 2018 अगस्त में पदभार संभालने के बाद से पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने शांति वार्ता की बहाली के लिए भारत से संपर्क साधने की बार-बार कोशिश की, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद (Terrorism) और बातचीत साथ-साथ नहीं चलेंगे. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, एनएसए (NSA) की नियुक्ति से जुड़े सूत्रों ने बताया कि राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की नियुक्ति का मतलब भारत के साथ पर्दे के पीछे की कूटनीति को बहाल करना है, ताकि परमाणु शक्ति संपन्न दोनों पड़ोसियों के बीच अहम मुद्दों पर बात बन सके.

पाकिस्‍तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि पाकिस्तान सरकार किसी सेवानिवृत्‍त अधिकारी को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त कर सकती है. कुछ नामों पर गौर किया जा रहा है लेकिन अभी तक अंतिम फैसला नहीं किया गया है.

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जम्मू कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Terror Attack) में 14 फरवरी को जैश ए मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद दोनों देशों के बीच के संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में पहुंच गए हैं. हमले में सीआरपीएफ (CRPF) के 40 जवान शहीद हुए थे. इस हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंपों पर हमला किया था.

भारत के साथ हर मुद्दे पर मुंह की खाने और भारत में चुनाव प्रक्रिया करीब-करीब पूरी हो जाने के बाद अब पाकिस्‍तान सरकार कूटनीति बहाल करने के रास्‍ते तलाश रही है. पाकिस्तान मानता है कि भारत में चुनाव के बाद नई सरकार इमरान खान की शांति वार्ता पेशकश पर सकारात्मक रुख दिखाएगी. जब पाकिस्तान के अधिकारी से इस कटुतापूर्ण माहौल में वार्ता की बहाली की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आशावादी है.