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ताइवान ने चीन को तरेरी आंखें, लड़ाकू विमानों ने अभ्यास कर दिखाया दम

ताइवान को चीन का हिस्सा मानते हुए शी जिनपिंग धमकी तक दे चुके हैं कि बीजिंग बलपूर्वक इस द्वीप पर कब्जा कर लेगा.

Updated on: 17 Sep 2021, 08:12 AM

highlights

  • चीनी धमकियों से आजिज ताइवान ने किया युद्धाभ्यास
  • अनानास के खेत में उतार दिया अपना लड़ाकू विमान
  • हाई-वे पर भी अत्याधुनिक विमान और दिखाया दम

ताईपे:

शी जिनपिंग ने बीजिंग की सत्ता संभालने के बाद से ही ताइवान पर अपनी नजरें तिरछी कर रखी हैं. ताइवान को चीन का हिस्सा मानते हुए शी जिनपिंग धमकी तक दे चुके हैं कि बीजिंग बलपूर्वक इस द्वीप पर कब्जा कर लेगा. खासकर 2016 में त्साई इंग वेन के ताइवान के नए राष्ट्रपति बतौर कामकाज संभालने के बाद ड्रैगन की धमकियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं. ऐसे में ताइवान ने भी अब सैन्य तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं. इस कड़ी में ताइवान की वायुसेना ने आधुनिक लड़ाकू विमानों के साथ बेहद अनूठा युद्धाभ्यास किया. ताइवान के लड़ाकू विमानों ने हवाई पट्टी की उपलब्धता नहीं होने की दशा में अपने विमानों को अनानास के खेतों समेत हाई-वे पर लैंड कर तुरत-फुरत ईंधन भरवा वापस उड़ान भरी. 

हवाई पट्टी न होने की स्थिति में किया अनूठा अभ्यास
गौरतलब है कि चीन बार-बार ताइवान के हवाई क्षेत्र का अतिक्रमण कर और अन्य हथकंडे अपनाकर आक्रामक रुख दिखा रहा है. इससे आजिज ताइवान ने आत्मरक्षा में युद्धाभ्यास कर डाला. 5 सितंबर को शुरू हुए युद्धाभ्यास में ताइवान का एक एफ-16 विमान उड़ान भरने के बाद अनानास के खेत में उतरा. फिर दोबारा उड़ान भरने से पहले तेजी से ईंधन भराया. इस अभ्यास के तहत जिआडोंग में ताइवान निर्मित स्वदेशी रक्षात्मक लड़ाकू, अमेरिका निर्मित एफ-16, फ्रांस निर्मित मिराज 2000-5 और एक पूर्व चेतावनी लड़ाकू विमान ई-2के खेतों के बीच हाईवे पर लैंड हुए. मकसद यही था कि दुश्मन यदि ताइवान के हवाई अड्डे क्षतिग्रस्त कर दे तो उस स्थिति में वे क्या कर सकते हैं. इससे पहले 6 सितंबर को ताइवान वायुसेना ने चीन के करीब स्थित ताइवान के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन में परमाणु हथियारों से युक्त बमवर्षकों समेत 19 युद्धक विमानों ने उड़ान भरी थी. रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि ताइवानी युद्धक विमान चीनी विमानों को चेतावनी देने के लिए भेजे गए थे.

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ताइवान को अपना हिस्सा मानता है चीन
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह अभ्यास ताइवान के पांच दिवसीय हांग गुआंग सैन्य अभ्यास का हिस्सा है. चीन द्वारा आक्रमण की हालत में द्वीप देश के बलों को तैयार रखने के लिए यह अभ्यास तैयार किया गया. कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण इस वर्ष का सालाना अभ्यास छोटा रखा गया है. गौरतलब है कि ताइवान को चीन अपना हिस्सा मानता है. चीन के राष्‍ट्रपति इस क्षेत्र पर बलपूर्वक कब्जा करने की धमकी तक दे चुके हैं. यही नहीं, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने हर रोज ताइवान की तरफ अपने लड़ाकू जेट भेजे हैं. अगस्त में चीन के लड़ाकू जेट, पनडुब्बी रोधी विमान और युद्धपोत ने ताइवान के नजदीक संयुक्त अभ्यास किया. चीन ने कहा था कि अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए यह अभ्यास बेहद जरूरी है.