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मालदीव के स्पीकर और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद बम धमाके में घायल

यह विस्फोट उस समय हुआ जब 53 वर्षीय नशीद घर के बाहर अपनी कार में सवार हो रहे थे.

Updated on: 07 May 2021, 07:02 AM

highlights

  • भारत के मित्र हैं मोहम्मद नशीद और उनकी पार्टी
  • घर के बाहर आईईडी से किया गया धमाका
  • विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की स्वस्थ होने की कामना

माले:

मालदीव (Maldives) की संसद के स्पीकर और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद (Mohamed Nasheed) घर के बाहर हुए एक बम धमाके में घायल हो गए हैं. घायल नशीद को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के एक पदाधिकारी के मुताबिक यह विस्फोट (Bomb Explosion) उस समय हुआ जब 53 वर्षीय नशीद घर के बाहर अपनी कार में सवार हो रहे थे. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने नशीद पर हमले को लेकर चिंता जाहिर करते हुए उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. अधिकारियों के मुताबिक आईईडी धमाका किया गया है, जिसे पास खड़े एक मोटरसाइकिल में लगाया गया था. मामले की अभी जांच चल रही है. नशीद के साथ उनके एक बॉडीगार्ड को भी अस्पताल ले जाया गया है. इसके पहले चीन पर आंतरिक मामलों में दखलंदाजी के आरोप पर भारत से मदद मांगता रहा है मालदीव.

धमाके की आवाज मीलों तक सुनी गई
माले के निवासियों का कहना है कि धमाके की आवाज राजधानी में दूर-दूर तक सुनी गई. अप्रैल 2019 में उनकी पार्टी की शानदार जीत के बाद नशीद संसद के स्पीकर बने थे. यह मालदीव का दूसरा सबसे शक्तिशाली पद है. 2008 में पहली बार हुए बहुदलीय चुनाव में जीतकर नशीद मालदीव के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति बने. 2012 में उनका तख्तापलट कर दिया गया था और आपराधिक आरोप लगाए जाने की वजह से वह 2018 का राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ पाए.

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जमीनी नेता हैं नशीद
2018 में उनकी पार्टी सत्ता में लौटी तो वह फिर देश लौटे और संसद में स्पीकर बने. मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया, 'हमारे समाज में इस तरह के कायराना हमले का कोई स्थान नहीं है. मेरी प्रार्थना प्रेजिडेंट नशीद, उनके साथ घायल हुए अन्य लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं.' गौरतलब है कि नशीद भारत के मित्र माने जाते हैं औऱ उन्होंने कई बार तख्तापलट के दौरान भारत से मददकी गुहार लगाई. उनके सत्ता में नहीं रहने पर कट्टरपंथियों औऱ चीन समर्थक लॉबी का कब्जा हो गया था.