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इजरायल ने किया बड़ा दावा, इसके सीक्रेट लैब ने बनाया कोरोना वायरस का टीका!

इजरायल के अत्‍याधुनिक डिफेंस बायोलॉजिकल इंस्‍टीट्यूट में कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया जा रहा है. इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्नेट ने महामारी का टीका बनाने की बात कही है.

Updated on: 05 May 2020, 04:45 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है. चारों तरफ मौत का मंजर नजर आ रहा है. अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की भीड़ लगी है. लोग अपने-अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हो गए हैं. पूरी दुनिया इस किलर वायरस को खत्म करने की कोशिश में लगी हुई है. इस बीच इजरायल से एक बड़ी खबर आई है. इजरायल (Israel) ने दावा किया है कि उसने कोरोना महामारी का वैक्सीन यानी टीका बना लिया है.

इजरायल के अत्‍याधुनिक डिफेंस बायोलॉजिकल इंस्‍टीट्यूट में कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया जा रहा है. इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्नेट ने महामारी का टीका बनाने की बात कही है.

इजरायल का है ये सीक्रेट लैब

इजरालय के इस इंस्टीट्यूट में जैविक और रासायनिक हथियार बनाए जाते हैं. इसके साथ ही इससे बचाव के तरीके भी खोजे जाते हैं. पूरी दुनिया की निगाहों से इजरायल ने इस इंस्टीट्यूट को बचा कर रखा है. कोरोना महामारी के बाद इजरायली सरकार ने इस इंस्टीट्यूट को कोरोना वायरस के वैक्सीन बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी.

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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसी इंस्टीट्यूट के लैब में कोरोना वायरस का काट निकाला गया है. इजरायल के रक्षा मंत्री की मानें तो वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया यह वैक्सीन मोनोक्लोनल तरीके से वायरस पर अटैक करती है. यह शरीर के अंदर ही कोरोना वायरस को खत्म कर देता है.

इस खुफिया लैब में 150 वैज्ञानिक दिन रात करते हैं शोध

1952 में बनें डिफेंस इंस्टीट्यूट नेस जिओना में स्थिति है. इस संस्थान में 350 से ज्यादा लोग काम करते हैं, जिनमें कहा जाता है कि 150 वैज्ञानिक दिन रात शोध में लगे रहते हैं. यह इंस्टीट्यूट सीधे पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को रिपोर्ट करता है.

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बताया जाता है कि यह इंस्टीट्यूट इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए जहर बनाता है. इस जहर का इस्तेमाल दुनिया भर में फैले इजरायल के दुश्मनों के खात्मा के लिए किया जाता है. इजरायल के खुफिया एजेंसी मोसाद के बारे में कहा जाता है कि इसके दुश्मन दुनिया के किसी भी कोने में छिप जाए उसे ढूंढ ही लेता है.

इसे इंस्टीट्यूट में कोई परिंदा भी नहीं मार सकता पर

इस इंस्टीट्यूट की सुरक्षा ऐसी है कि कोई परिंदा भी यहां पर नहीं मार पाता है. इसके दीवार के चारों तरफ सेंसर लगे हुए हैं. यह इंस्टीट्यूट इतना रहस्यमी है कि इसका जिक्र मैप में भी नहीं किया गया है. इजरालय की सरकार ने इसे बेहद ही गोपनीय बनाकर रखा हुआ है. कोरोना वैक्सीन को लेकर इजरायल का यह दावा कितना सही है और कितना गलत ये तो आने वाले वक्त में पता चल पाएगा.

कोरोना से दुनिया का है बुरा हाल

फिलहाल कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में क्या हालात है वो बता देते हैं. खबर लिखे जाने तक पूरी दुनिया भर के 3,663,760 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जबकि 252,758 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 1,205,904 लोग ठीक हो चुके हैं.