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ISIS अब Bitcoin दे फैला रहा है आतंकवाद, भारत ने UNSC को किया आगाह

आतंक के साथ बिटक्वॉइन कनेक्‍शन का जिक्र विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में किया.

Updated on: 20 Aug 2021, 08:39 AM

highlights

  • यूएनएससी में एस जयशंकर ने आतंकवाद के प्रति किया आगाह
  • आईएसआईएस के बदले मॉड्यूल की चर्चा कर गिनाए खतरे
  • विश्व से आतंकवाद के सफाये के लिए की साथ आने की अपील

संयुक्त राष्ट्र:

अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान राज के उदय के साथ ही वैश्विक स्तर पर आतंकवाद (Terrorism) के नए दौर का खतरा मंडराने लगा है. खासकर यह देखते हुए कि तालिबान (Taliban) के हाथों अमेरिकी और नाटो फौज के अत्याधुनिक हथियार लग चुके हैं. इसके पहले भी आतंकी नए तौर-तरीके अपनाने में पीछे नहीं हैं. अब तो उनकी जड़ें और भी गहरी हो रही हैं. अब पता चला है कि दुनिया के शीर्ष औऱ खतरनाक आतंकी संगठन वर्चुअल करेंसी बिटक्वॉइन में लेन-देन कर रहे हैं. इसी आतंक के साथ बिटक्वॉइन कनेक्‍शन का जिक्र विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में किया. उन्होंने वैश्विक समुदाय को चेतावनी देते हुए कहा कि आईएसआईएस का वित्तीय संसाधन जुटाना बिटक्वॉइन की वजह से और अधिक मजबूत हो गया है.

आतंकी समूह को लगातार जारी है धन प्रवाह
एसय जयशंकर ने यूएनएससी को आगाह किया कि इस खूंखार आतंकवादी समूह के लिए धन का प्रवाह जारी है. हत्याओं के लिए पुरस्कार अब बिटक्वॉइन में भी दिए जा रहे हैं. भारतीय विदेश मंत्री 'आतंकवादी गतिविधियों के कारण अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को उत्पन्न खतरा' विषय पर यूएनएससी में चर्चा की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आईएसआईएस अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है. उन्होंने कहा, 'आईएसआईएल (दाएश) सीरिया और इराक में सक्रिय है और इसके सहयोगी ताकत में बढ़ रहे हैं. खासकर अफ्रीका में इनकी ताकत बढ़ रही है.'

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आईएसआईएस ने बदला आतंकी मॉड्यूल
जयशंकर ने कहा कि हाईटेक हो चुके आतंकी संगठन ऑनलाइन चलाए जाने वाले अपने प्रचार अभियानों से युवाओं का ब्रेन वॉश कर कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहे हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि आईएसआईएस के आतंकी तौर-तरीकों में बदलाव आया है. अब आतंकी संगठन सीरिया और इराक में जमीन हासिल कर स्वतंत्र रूप से काम करने वाले सहयोगियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. उन्होंने कहा, 'यह उभरती हुई स्थिति बेहद खतरनाक है. आईएसआईएल और आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारे सामूहिक प्रयासों के लिए एक नई चुनौती है.' उन्होंने चेताया, 'कोविड और आतंकवाद के बारे में एक ही सच है. हम में से कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं है जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हैं.'

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सामूहिक रूप से खत्म कर सकेंगे आतंकवाद को
वैश्विक समुदाय को आईएसआईएस समेत आतंकी संगठनों के प्रति आगाह करते हुए एस जयशंकर ने आतंकवाद को सामूहिक रूप से खत्म करने के लिए आठ सूत्रीय कार्य योजना की रूपरेखा तैयार की. इसमें राजनीतिक इच्छाशक्ति का आह्वान और आतंकवाद को न्यायोचित या महिमामंडित करने से बचना शामिल है. उन्होंने कहा, 'कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए. आतंकवादी आतंकवादी हैं. वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) का समर्थन और उसे मजबूत करना जारी रखा जाए.' इसके साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि आतंकवाद विरोधी संयुक्त राष्ट्र कार्यालय को अधिक से अधिक धन प्रदान किया जाए.'