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चीन से टकराव के दौर में भारत-अमेरिकी के रिश्ते हुए गहरे, अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ ने कही बड़ी बात

चीन से तनातनी के बीच अमेरिका और भारत की दोस्ती गहरे होती जा रही है. दुनिया का सबसे बड़ा शक्तिशाली देश अमेरिका भी अब भारत को अपना सबसे बड़ा साझेदार मान रहा है.

Updated on: 16 Jul 2020, 06:34 AM

नई दिल्ली:

चीन (China) से तनातनी के बीच अमेरिका और भारत की दोस्ती गहरे होती जा रही है. दुनिया का सबसे बड़ा शक्तिशाली देश अमेरिका भी अब भारत को अपना सबसे बड़ा साझेदार मान रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike pompio) ने बुधवार को खुद यह कहा कि भारत अमेरिका का बड़ा साझेदार है. उन्होंने कहा कि चीन के साथ सीमा पर टकराव समेत कई मुद्दों पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उनकी अक्सर बातचीत होती रहती है.

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पोम्पिओ ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘भारत एक बड़ा साझेदार है. वे हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी हैं. मेरे समकक्ष विदेश मंत्री के साथ मेरा बड़ा अच्छा संबंध है. विभिन्न मुद्दों पर हमारी अक्सर बातचीत होती है. चीन के साथ लगती सीमा पर टकराव के संबंध में भी हमारे बीच चर्चा हुई. चीनी दूरसंचार ढांचे से वहां पैदा होने वाले खतरे को लेकर भी हमारी बातचीत हुई.’

पोम्पिओ ने कई सारे चीनी ऐप पर पाबंदी लगाने के भारत के फैसले का भी हवाला दिया. भारत ने पिछले महीने टिकटॉक और यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था.

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बता दें कि इस वक्त अमेरिका और भारत दोनों ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोल रहा था. ड्रैगन की बढ़ती 'दादागीरी' और पूर्वी लद्दाख में 20 जवानों की शहादत के बाद से भारत में चीन के खिलाफ आक्रोश है तो हांगकांग के मुद्दे पर चीन से अमेरिकी का गतिरोध जारी है.

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