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UNHRC में पाकिस्तान को भारत ने फिर फटकारा, OIC को भी घेरा

भारत का दो-टूक कहना था कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के मंच का इस्तेमाल अपनी ज्यादितियों पर पर्दा डालने के लिए कर रहा है.

Updated on: 02 Mar 2021, 07:16 PM

highlights

  • UNHRC में भारत ने फिर लगाई पाकिस्तान को फटकार
  • पाकिस्तान नेताओं ने माना आतंकवाद की फैक्ट्री है देश
  • पाक में मानवाधिकारों के उल्लंघन की स्थिति चिंतनीय

संयुक्त राष्ट्र:

जम्मू-कश्मीर पर भारत दुष्प्रचार में जुटे पाकिस्तान (Pakistan) को एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में भारत ने जमकर लताड़ लगाई है. भारत ने कहा है कि पाकिस्तान लगातार अपने देश में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों (Human Rights) के उल्लंघन को नजरअंदाज कर भारत खासकर भारतीय मुसलमानों की स्थिति पर भ्रम फैला रहा है. एक लिहाज से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC) में एक बार फिर भारत ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को बेनकाब किया है तो जम्मू-कश्मीर पर टिप्पणी को लेकर इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी को भी जवाब दिया. भारत का दो-टूक कहना था कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के मंच का इस्तेमाल अपनी ज्यादितियों पर पर्दा डालने के लिए कर रहा है. 

नेताओं ने माना कि आतंकियों की उत्पादन फैक्ट्री है पाकिस्तान
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव पवन कुमार बाधे ने बताया कि किस तरह पाकिस्तान में मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है और मुंह खोलने वालों पर हमले किए जाते हैं. भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान में मुंह खोलने वालों को सुरक्षा एजेंसियों किस तरह जबरन गायब कर रही हैं, हत्याएं की जा रही हैं और मनमाने तरीके से बंधक बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि खुद पाकिस्तानी नेताओं ने स्वीकार किया है कि यह आतंकवादियों के उत्पदान की फैक्ट्री है. पाकिस्तान ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया है कि आतंकवाद मानवाधिकारों के उल्लंघन का सबसे खराब रूप है और आतंकवाद के समर्थक सबसे अधिक मानवाधिकारों को कुचल रहे हैं.

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यूएनएचसी के दुरुपयोग पर भी लताड़ा
उन्होंने यूएनएचआरसी के मंच के दुरुपयोग को लेकर भी पाकिस्तान को फटकार लगाई और कहा, 'भारत के खिलाफ प्रॉपेगेंडा के लिए पाकिस्तान इस पवित्र मंच का जानबूझकर दुरुपयोग करता है, ताकि वह काउंसिल का ध्यान अपने देश के मानवाधिकार उल्लंघनों से भटका सके.' पवन कुमार ने आगे कहा, 'हम ओआईसी (इस्लामिक सहयोग संगठन) के बयान में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के संदर्भ को खारिज करते हैं' जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों पर टिप्पणी करने का इसके पास कोई अधिकार नहीं है, जोकि भारत का आंतरिक और अभिन्न हिस्सा है.' उन्होंने आगे कहा, 'यह खेदजनक है कि ओआईसी पाकिस्तान के भारत विरोधी प्रॉपेगेंडा में खुद का इस्तेमाल होने दे रहा है.'