logo-image

भारत-चीन के बीच हिंसक झड़प, संयुक्त राष्ट्र ने जाहिर की चिंता

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुई हिंसक झड़प की घटना पर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जताई है और दोनों पक्षो से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह किया है.

Updated on: 17 Jun 2020, 09:39 AM

नई दिल्ली:

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुई हिंसक झड़प की घटना पर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जताई है और दोनों पक्षो से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह किया है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता एरी कनेको ने कहा कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हिंसा और मौत की खबरों पर हम चिंता प्रकट करते हैं और भारत-चीन से अधितकम संयम बरतने का आग्रह करते हैं. इसी के साथ उन्होंने कहा, दुनिया पहले से ही कोरोना संकट से घिरि हुई हैं ऐसे में दोनों देशों को संयम बरतना चाहिए.

यह भी पढ़ें: कोरोना से मौत का आंकड़ा 10 हजार पार, अब रोज होंगे 3 लाख टेस्ट

बता दें, भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (LAC) पर कम से कम 20 भारतीय जवान शहीद हुए हैं. पहले एक अफसर सहित तीन जवानों के शहीद होने की खबर आई थी, लेकिन देर शाम एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि 20 भारतीय जवान शहीद हुए हैं. एएनआई ने यह भी जानकारी दी कि यह आंकड़ा और बढ़ भी सकता है. उधर सूत्रों के अनुसार यह भी खबर आ रही है कि चीन की सेना के घायल और मारे गए सैनिकों की संख्‍या भी 43 से अधिक है.

यह भी पढ़ें: Live : भारत चीन सीमा विवाद- भारत के 20 सैनिक शहीद, 15 लापता

मंगलवार दोपहर में खबर आई थी कि एलएसी पर गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए. लेकिन रात होते-होते यह आंकड़ा 20 तक पहुंच गया. यह भी आशंका जताई जा रही है कि यह आंकड़ा और बढ़ भी सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक भी बुलाई थी, जो अब खत्‍म हो गई है.

यह घटना तब हुई जब सोमवार रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद सबकुछ सामान्य होने की स्थिति आगे बढ़ रह थी. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने इस मामले में बयान जारी कर कहा था कि भारत ने हमेशा LAC का सम्मान किया और चीन को भी ऐसा करना चाहिए. मंत्रालय ने कहा कि LAC पर कल जो हुआ, उससे बचा जा सकता था.

LAC पर झड़प के बाद दिल्ली में ताबड़तोड़ बैठकों का दौर शुरू हो गया था. पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ बैठक हुई और फिर राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर हालात की जानकारी दी. उधर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीएम आवास जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.

भारतीय सेना ने मंगलवार को जारी बयान में कहा था, गलवान घाटी में सोमवार रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए.