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श्रीलंका में संकट के बीच विपक्ष सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनाने पर सहमत

राजपक्षे के इस्तीफे के बाद सत्ता परिवर्तन के लिए सदन की बैठक बुलाने पर चर्चा करने के लिए संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं की सोमवार दोपहर को बैठक होनी है.

Updated on: 11 Jul 2022, 08:11 AM

highlights

  • अंतरिम सरकार को लेकर विपक्ष की बैठक आज
  • 13 जुलाई को राजपक्षे के इस्तीफे बाद नई सरकार
  • भारत ने श्रीलंका को मदद जारी रखने को कहा

कोलंबो:

श्रीलंका में जारी आर्थिक-राजनैतिक उथल-पुथल के बीच मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे के बाद सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनाने पर रविवार को सहमत हो गए हैं. श्रीलंका (Sri Lanka) के राष्ट्रपति गोटाबाया ने 13 जुलाई को इस्तीफा दे देंने की बात कही है. गौरतलब है कि श्रीलंका में राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर प्रदर्शनकारियों ने कोलंबो के कड़ी सुरक्षा वाले फोर्ट इलाके में राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास में कब्जा (Protest) कर लिया है. वे अभी भी राष्ट्रपति आवास खाली करने से इंकार कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों के रुख को भांप प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) और राजपक्षे ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी.

विपक्ष अंतरिम सरकार बनाने पर सहमत
इस बीच गोटाबाया राजपक्षे के संभावित इस्तीफे के बाद मौजूदा आर्थिक संकट में देश को आगे बढ़ाने के तरीकों की तलाश के लिए विपक्षी दलों ने बैठक की है. सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना पार्टी (एसएलपीपी) के अलग हुए समूह के नेता विमल वीरावांसा ने कहा, ‘हम सभी दलों की भागीदारी के साथ सैद्धांतिक रूप से एक अंतरिम सरकार बनाने पर सहमत हैं.’ यानी श्रीलंका में अब एक ऐसी सरकार होगी जहां सभी दलों का प्रतिनिधित्व होगा. हालांकि एसएलपीपी से अलग हुए समूह के एक अन्य नेता वासुदेव नानायकारा ने कहा कि उन्हें 13 जुलाई को राजपक्षे के इस्तीफे का इंतजार करने की जरूरत नहीं है.

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विपक्षी दलों की बैठक आज
राष्ट्रपति राजपक्षे ने शनिवार को संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने को सूचित किया था कि देश के विपक्षी दलों द्वारा उनके इस्तीफे की मांग के बाद वह बुधवार को इस्तीफा दे देंगे. प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी इस्तीफे की पेशकश की है. मुख्य विपक्षी पार्टी समागी जन बालवेगया (एसजेबी) ने कहा कि उन्होंने व्यापक आंतरिक चर्चा की. एसजेबी के महासचिव रंजीथ मद्दुमा बंडारा ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य सीमित अवधि के लिए सभी पार्टियों की अंतरिम सरकार बनाना है और फिर संसदीय चुनाव कराना है.’ गौरतलब है कि राजपक्षे के इस्तीफे के बाद सत्ता परिवर्तन के लिए सदन की बैठक बुलाने पर चर्चा करने के लिए संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं की सोमवार दोपहर को बैठक होनी है.

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भारत जारी रखेगा मदद
इस बीच बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन के बाद श्रीलंका के पांच कैबिनेट मंत्रियों ने अपने इस्तीफे की घोषणा की है. श्रीलंका के सेना प्रमुख जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने सभी श्रीलंकाई लोगों से देश में शांति बनाए रखने के लिए सशस्त्र बलों और पुलिस का समर्थन करने का आह्वान किया है. अमेरिका ने भी श्रीलंका के लोगों से शांति बनाए रख देश को विद्यमान संकट से उबारने में मदद करने का आह्वान किया है. इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा है कि श्रीलंका को मदद जारी रहेगी.