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ISI Chief पर बीवी के टोटके पर अड़े इमरान, पाक सेना के जनरल ने लगाई लताड़

फैज को पद पर बनाए रखने की जिद पकड़े बैठे इमरान खान (Imran Khan) अंततः आईएसआई के चीफ के पद पर जनरल बाजवा की पसंद लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को नियुक्त करने पर मान गए हैं.

Updated on: 18 Oct 2021, 11:21 AM

highlights

  • पीर बीवी बुशरा बेगम की सलाह पर फैज हमीद को चाहते हैं इमरान
  • जनरल बाजवा ने फैज के बजाय नदीम अंजुम का नाम है सुझाया
  • बाजवा की घुड़की पर इमरान के कसे बल पड़े ढीले और हुए राजी

इस्लामाबाद:

अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान राज की वापसी से खुश वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) ने एक साथ कई मोर्चे खोल लिए थे. एक तरफ वह भारत खासकर जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) पर तो आग उगलने ही लगे थे, साथ ही पाकिस्तान के अंदरूनी मोर्च पर अपनी तानाशाही चलाने के मूड में आ गए थे. इस कड़ी में उन्होंने आईएसआई (ISI) प्रमुख फैज हमीद को लेकर सैन्य प्रमुख जनरल कमर बाजवा (Qamar Bajwa) के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया. यह अलग बात है कि जनरल बाजवा ने समझाने की कोशिशों को परवान नहीं चढ़ता देख, जब कड़ा रुख अख्तियार किया तो इमरान खान को घुटने टेकने पड़े. फैज को पद पर बनाए रखने की जिद पकड़े बैठे इमरान खान (Imran Khan) अंततः आईएसआई के चीफ के पद पर जनरल बाजवा की पसंद लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को नियुक्त करने पर मान गए हैं. बताते हैं कि इमरान अपनी पीर बीवी बुशरा बेगम की सलाह पर नदीम को आईएसआई चीफ नहीं बनाना चाहते थे. 

लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम होंगे अगले आईएसआई चीफ
पाकिस्तानी सेना और राजनीतिक गलियारों में बहती हवाओं से वाकिफ सूत्रों के मुताबिक जनरल बाजवा की घुड़की के बाद इमरान खान अब लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम के नियुक्ति से जुड़े नोटिफ‍िकेशन पर हस्‍ताक्षर करने को राजी हो गए हैं. इसकी एक वजह यही है कि पाकिस्तान तालिबान के बढ़ते रसूख और देश के भीतर खिलाफ होते माहौल के मद्देनजर अपना चेहरा बचाते हुए इमरान खान 15 नवंबर तक फैज हामिद के तबादले से जुड़े आदेश पर हस्‍ताक्षर कर देंगे. दूसरी तरफ आधिकारिक आदेश से पहले पाकिस्तानी सेना ने इमरान खान के दूतों और मुख्‍य वार्ताकारों शाह महमूद कुरैशी और फवाद चौधरी को अधिकारियों के ज्‍वाइनिंग की तारीख 21 अक्‍टूबर से 25 अक्‍टूबर 2021 के बीच दे दी है. 

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सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने जमकर झाड़ लगाई
बताते हैं कि सेना प्रमुख ने लेफ्टिनेंट जनरल नदीम को निर्देश दिया है कि वे आईएसआई चीफ के रूप में अपना पदभार संभाल लें. यही नहीं सेना प्रमुख ने उस परंपरा को अब नियम बना दिया है जिसके तहत सेना प्रमुख बनने के लिए किसी अध‍िकारी का एक साल तक सेना के किसी कोर कमांडर होना जरूरी है. इससे पहले सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने वजीर-ए-आजम से मुलाकात कके दौरान इमरान खान को जमकर लताड़ लगाई थी. यही नहीं, उन्‍होंने बेहद कड़े लफ्जों में दो टूक समझाइश भी दे दी थी कि इमरान खान सेना के आंतरिक मामलों में रत्ती भर भी हस्‍तक्षेप नहीं करें. 

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पीर बीवी बुशरा बेगम नहीं है नदीम अंजुम के पक्ष में 
गौरतलब है कि इससे पहले इमरान खान ने उन्‍हें सत्‍ता दिलाने वाले आईएसआई चीफ को बनाए रखने के लिए सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के आदेश को भी दरकिनार कर दिया था. इमरान खान अपने खिलाफ माहौल को देखते हुए यही चाहते थे कि दिसंबर तक फैज हामिद आईएसआई चीफ बने रहें. यह अलग बात है कि जनरल बाजवा ने सख्‍त अंदाज में इससे इंकार कर दिया. बाजवा ने यह भी इमरान खान को स्‍पष्‍ट कर दिया कि उनक फैज के साथ अच्‍छा संबंध है लेकिन उन्‍हें हमेशा के लिए अपने साथ नहीं रख सकते. पाकिस्‍तानी मीडिया के मुताबिक इमरान खान की 'पीर' बीवी बुशरा बेगम ने उन्‍हें सलाह दिया था कि लेफ्टिनेंट जनरल नदीम उनके लिए ठीक नहीं हैं. इसी वजह से इमरान बच रहे थे.